Bhilwara news: संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालय की स्थापना करने जा रहे हैं देशभर में इसकी शाखाएं खोली जाएंगी. जी महाराज ने कहा कि बॉलीवुड संस्था में काफी कुछ परिवर्तन की आवश्यकता है.
Trending Photos
Bhilwara news: श्री निंबाकाचार्य पीठाधीश्वर श्री श्याम चरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने कहा है कि देशभर में प्रत्येक वर्ग में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालय की स्थापना करने जा रहे हैं और देशभर में इसकी शाखाएं खोली जाएंगी. उन्होंने कथावाचकों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें केवल धनोपार्जन के लिए कथा नहीं करनी चाहिए. दूदाधारी गोपाल मंदिर महाराज के नूतन महल प्रवेशोत्सव के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्रीजी महाराज ने कहा कि देश में संस्कृत शिक्षा सिर्फ ब्राह्मणों को दी जा रही है.
जिसे अब प्रत्येक वर्ग को दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी के तहत वे अब अपनी पीठ स्थल पर संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना करेंगे और इसकी शाखाएं भीलवाड़ा के साथ ही पूरे देश में खोली जाएंगी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि संस्कृत शिक्षा को भारतीय शिक्षा बोर्ड एक पाठ्यक्रम के रूप में पूरे देश में लागू करने जा रही है जो एक अच्छा कदम है. उन्होंने पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव को अच्छा प्रयास बताया.
श्रीजी महाराज ने कहा कि सत्ता में संतों के जाने के पीछे का मुख्य कारण राजनीति में शुद्धिकरण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनेताओं को राष्ट्रधर्म का पालन करना चाहिए. सिर्फ सत्ता पाना उनका मकसद नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आजकल शहरों के नाम बदलने का जो सिलसिला चल रहा है वैसे तो वह ठीक है लेकिन यह काम कागजों में नहीं होना चाहिए, इसे लोगों तक पहुंचाना चाहिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वे सरकार को एक पत्र लिखेंगे जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्रों में इसका उल्लेख किया जाए.
यह भी पढ़ें- राजस्थान के इन जिलों के लिए अगले 48 घंटे भारी, जारी किया गया रेड अलर्ट
श्रीजी महाराज ने बड़े कथावाचकों और संतों द्वारा पर्चियों से भविष्य बताने आदि के प्रश्र पर एक बार तो टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि पर्चियों से भविष्य बताना कतई उचित नहीं है जिससे हमारे द्वारा कोई प्रभावित होता हो. उन्होंने कहा की हिंदू राष्ट्र की चेतना आज से नहीं बल्कि सैंकड़ों वर्षों से है. पाश्चात्य संस्कृतियों ने हिंदू संस्कृति पर आक्रमण किया है. हमारे संतों और आचार्यों ने कई आंदोलन किए. संतों ने आंदोलन के दौरान दिल्ली में गोलियां भी खाई. श्रीजी महाराज ने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए.
देश की जो महिमा है वह हिंदू राष्ट्र से ही है. श्रीजी महाराज ने कहा कि बॉलीवुड संस्था में काफी कुछ परिवर्तन की आवश्यकता है. हम तो इसे नगण्य और निकृष्ट मानते हैं. मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हमारे राष्ट्रीय पतन का सबसे बड़ा कारण बॉलीवुड ही है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ अच्छे व्यक्ति भी हुए है जिनमें रामानंद सागर, बीआर चौपड़ा आदि का नाम शामिल हैं. जिन्होंने हमारी संस्कृति को अच्छी तरह से दिखाया है.
उन्होंने कहा कि आवश्यकता है कि देश में जितनी घटनाएं हुई है उन्हें स्पष्ट रूप से दिखाएं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि केरला स्टोरी और कश्मीर फाइल्स इसके उदाहरण हैं. केवल मनोरंजन और फूहड़ता दिखाना बॉलीवुड का उद्देश्य नहीं होना चाहिए. हाल ही में रिलीज़ हुई आदिपुरुष सहित विभिन्न फिल्मों एवं टीवी सीरियल में मनोरंजन के नाम पर भगवान के गलत चित्रण के सवाल पर श्रीजी महाराज ने कहा- भगवान के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए.
यह भी पढ़ें- Rajasthan : आदिवासी क्षेत्र की स्कूली लड़की को बहलाकर ले गया युवक, कमरे में की दरिंदगी, अब जेल में कटेगी जिंदगी
मैं इसका विरोध करता हूं. फिल्म सेंसर बोर्ड को किसी भी ऐसी फिल्म को प्रदर्शन की स्वीकृति देने से पहले संतों से चर्चा करनी चाहिए. सांगानेरी गेट स्थित ठाकुर श्री दूधाधारी गोपालजी महाराज का नूतन महल प्रवेश महोत्सव का मुख्य आयोजन 21 जून को होगा. इस दिन ठाकुर जी नूतन महल में प्रवेश करेंगे. श्री निंबार्काचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्यश्री श्रीजी महाराज के सानिध्य में सुबह 11.30 बजे मंदिर के शिखर पर ध्वजा एवं कलश स्थापना होगी. छप्पन भोग व फूल बंगला सजेगा.