ऊंट अनुसंधान केंद्र की अनुठी पहल, ऊंटनी के दूध की चॉकलेट से लेकर आइसक्रीम तक, पीएम मोदी भी हैं मुरीद
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ऊंट अनुसंधान केंद्र की अनुठी पहल, ऊंटनी के दूध की चॉकलेट से लेकर आइसक्रीम तक, पीएम मोदी भी हैं मुरीद

Bikaner: चॉकलेट तो आपने बहुत खाई होगी लेकिन क्या आपने कभी ऊंटनी के दूध से बनी चॉकलेटट के बारे में सुना है अगर नहीं तो आज हम आपको बताने वाले है कुछ ऐसी चॉकलेट के बारे में जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे.

ऊंटनी के दूध की चॉकलेट से लेकर आइसक्रीम तक.

Bikaner: चॉकलेट तो आपने बहुत खाई होगी लेकिन क्या आपने कभी ऊंटनी के दूध से बनी चॉकलेटट के बारे में सुना है अगर नहीं तो आज हम आपको बताने वाले है कुछ ऐसी चॉकलेट के बारे में जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. क्योंकि एशिया के सबसे बड़े राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र ने आम जनता के लिए ऊंटनी के दूध से बनी चॉकलेटट तैयार किया. जिसे खाकर न केवल आपका मूड अच्छा होगा बल्कि कई बीमारियों में कारगर साबित होने वाला ऊंटनी का दूध भी आपके स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाएगा. 

दूध , लस्सी , आइसक्रीम के बाद अब ऊंटनी के दूध की चॉकलेट बनकर तैयार है ओर ये कारनामा कर दिखाया है एशिया के एकमात्र ऊंट अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने जिन्होंने अपनी कड़ी लगन ओर अनुसंधान में जहा पहले ऊंटनी में दूध से कई बीमारियों में कारगर होने का अनुसंधान किया तो अब वे इस दूध को रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजों को बनाकर नई दिशा देते नजर आ रहे . ऐसे में चोकलेट के साथ साथ ऊंटनी के दूध का घी भी बनाया है जो आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है.

बीकानेर ऊंट अनुसंधान केंद्र के निदेशक अमृताबंधु साहू ने बताया कि हमने 20 प्रोडक्ट बनाए है लेकिन हमारे यहा से सबसे अधिक लोग आइसक्रीम , कैमल क़ुल्फ़ी है ऐसे में कैम्पस में हर रोज 100 लीटर दूध प्रोडक्शन किया जा रहा है. ऐसे में वो दूध हम लोगों को उपलब्ध करवा रहे है जैसा की आपको पता है ऊंटनीमल दूध टाइप वन के डायबिटीज के इलाज में कारगर है.ऊंटनी के दूध में गाय के दूध के मुकाबले तीन गुना इंसुलिन की मात्र होती है. कई लोगों ने ऊंटनी के दूध के लेने के बाद इंसुलिन नही लेने की बात भी कही है वहीं अब हमने चॉकलेटट और घी बनाया है ये अपने आप में स्वादिष्ट है जिसका भी इस्तेमाल लोग अब कर सकते है.

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बता दें कि ऊंटों की संख्या लगातार घटती जा रही है वही दूसरी तरफ लगातार बढ़ रहे आधुनिकीकरण के चलते ऊंटों का इस्तेमाल दिन पर दिन कम होता जा रहा है. देश में बहुत काम ऐसी जगह बची है जहां लोग खेती ओर माल ढोने में लिए ऊंटों का उपयोग करते है. ऐसे में वेज्ञानिकों के सामने चिंता का विषय है ऐसे में वैज्ञानिक ऊंटनी के दूध की उपयोगिता को बढ़ाने में लगे है ताकी ऊंट का मानव जीवन के उपयोगिता बढ़ोतरी हो सके. ऐसे में ऊंटनी के दूध से बनाई गयी चॉकलेट हो या घी या अन्य उत्पादन ऐसे में एनआरसीसी के काम की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम.

Reporter- Raunak Vyas

 

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