राजस्थान के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अब किसानों को मोबाइल एप के जरिए अपने इलाके में सिंचाई पानी की जानकारी मिल जाएगी. ये शुरुआत पहले पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर में होने वाली है.
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Bikaner News : पश्चिमी रेगिस्तान के किसानों के लिए एक अच्छी खबर हैं, जहां नहरी पानी पर आधारित इलाक़ों के किसानों को अब उनके मोबाइल पर पानी की उपलब्धता सम्बंधित जानकारी मिलेगी. जहां इंदिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में हनुमानगढ़ से जैसलमेर तक के लाखों काश्तकारों को अब नहरी पानी की मात्रा संबंधी जानकारी मोबाइल ऐप के जरिए माध्यम से मिल सकेगी इसको लेकर बीकानेर के संभागीय आयुक्त ने इसको लेकर समीक्षा की है.
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने नहर प्रणाली के अधिकारियों की बैठक के दौरान यह जानकारी दी. जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को आगामी दस दिनों में ये ऐप तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ये कार्य सीएडी और आईजीएनपी के अधिकारियों के समन्वय से किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गंगनहर की तर्ज पर आईजीएनपी नहर प्रणाली का मोबाइल एप बनाया जाएगा. जिससे सभी जिलों के किसानों को हरिके बैराज से लेकर अंतिम छोर तक पानी की उपलब्धता संबंधी जानकारी प्राप्त हो सकेगी. उन्होंने कहा की एप तैयार होने तक सिंचित क्षेत्र विभाग और संभाग के चारों जिलों की वेबसाइट पर प्रति तीन घंटे से पानी की उपलब्धता संबंधी जानकारी अपडेट करनी होगी. उन्होंने शनिवार से ये अपडेशन प्रारंभ करने के निर्देश दिए. संभागीय आयुक्त ने नहरों में पानी की उपलब्धता और वितरण की स्थिति की जानकारी ली और रेगुलेशन का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए.
ये रहे मौजूद:
सीएडी के अतिरिक्त निदेशक दुर्गेश बिस्सा, वित्त नियंत्रक संजय धवन, मुख्य अभियंता असीम मार्कण्डेय, अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रदीप रुस्तगी, अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल, शिव चरण गोयल, धर्मेश यादव, अधिशाषी अभियंता अशोक नागल, सूचना विज्ञान अधिकारी संकल्प शर्मा, संयुक्त निदेशक ( सूचना प्रौद्योगिकी) सत्येंद्र सिंह राठौड़ और किसान प्रतिनिधि नरेंद्र आर्य से इसकी समीक्षा की गयी है वही आईजीएनपी हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह मेहरडा वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से जुड़े.
रिपोर्टर- रौनक व्यास
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