Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ जिले चिकारड़ा के निकट आकोला गढ़ मे लक्ष्मी नारायण मंदिर पर 2 किलो 430 ग्राम चांदी के आभूषण, 1500 रुपये की नकदी और भगवान को चोर उठा ले गए.
Trending Photos
Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ जिले चिकारड़ा के निकट आकोला गढ़ मे लक्ष्मी नारायण मंदिर पर चोरो नें किया हाथ साफ ले गए 2 किलो 430 ग्राम चांदी के आभूषण के साथ 1500 रुपये की नकदी चिकारड़ा-आकोला गढ़ में चोरों ने मंदिर पर हाथ साफ किया. बताया जा रहा है कि गहने और नकदी के साथ भगवान भी ले गए. जानकारी में भीमराज गुर्जर द्वारा बताया गया कि ठाकुर जी का मंदिर गांव के मध्य स्थित है.
जहां पर पूरी बस्ती क्षेत्र बसा हुआ है. बीती रात में 2 बजे बाद चोरों ने मंदिर के दरवाजे का ताला तोड़नें के साथ भंडार का भी ताला तोड़ा, तथा उसके बाद भगवान के मेन गेट का भी ताला तोड़ दिया. ओसरा पुजारी सुबह भगवान की पूजा करने पहुंचा तो देख कर अचंभित हो गया कि मंदिर भंडार के साथ भगवान के गेट के भी ताले टूटे हुए थे.
इसकी सूचना तत्काल प्रभाव से ग्रामीणों को दी. मौके पर सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण एकत्रित हो गए. पुजारी द्वारा मंदिर को देखभाल करने के बाद बताया कि चोरों द्वाराभगवान के मुकुट नंग 2 चांदी के, बांसुरी चांदी की 50 ग्राम, चांदी की चेन दो 90 ग्राम, छतर एक चांदी का ढाई सौ ग्राम वजन, सिहासन एक चांदी का 500 ग्राम, चांदी की गौ माता वजन 1000 ग्राम, हांकली चांदी की वजन 40 ग्राम, भंडार से चुराई नगदी लगभग 1500 रुपया, कुंडल कान के 50 ग्राम चांदी के, ठाकुर जी के वागा दो , कंबल एक के साथ सिहासन पीतल के तीन, शालिग्राम जी सहित सिंहासन पीतल का, गरुड़ जी पीतल के चोरी कर ले गए.
चांदी का वजन 2 किलो 430 था. इसके साथ 1500 लगभग नकद ले गए. ग्रामीणों ने मौके पर पुलिस को सूचना दी. सूचना के आधार पर चिकारड़ा चौकी से जाब्ता पहुंचा मौका मुआयना किया. ग्रामीणों द्वारा थाने में रिपोर्ट दी गई. मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि जहां एक और चोरों द्वारा चांदी की ज्वेलरी चोरी कर ली गई.
वहीं भगवान शालिग्राम जी के साथ गरुड़ जी को भी नहीं छोड़ा और साथ ले गए. इसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. ग्रामीणों ने शीघ्र ही ऐसे असामाजिक तत्व चोरों को पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की.इस मौके पर पटेल भेरूलाल, पुजारी लक्ष्मी नारायण, सरपंच काशीराम मेघवाल, भीमराज गुर्जर, कालू लाल कुमावत, पूर्व सरपंच सरपंच योगेंद्र सिंह के साथ सेंकड़ो की संख्या मे ग्रामीण उपस्थित थे.