Rajasthan Transfer News: परबतसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी के तबादला पोस्टिंग को लेकर विधानसभा में शोरगुल हंगामा हुआ. विपक्ष ने विकास अधिकारी का एक साल में पांच बार तबादला होने के बावजूद वापस पंचायत समिति में लगाने पर सवाल उठाया, तो पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर जवाब नहीं दे पाए. इस दौरान मंत्री दिलावर और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी हुए.
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक रामनिवास गावड़िया ने परबतसर पंचायत समिति परबतसर में बजट आवंटन का मामला उठाया. गावड़िया ने सवाल पूछा कि पंचायत समिति परबतसर में विकास कार्य स्वीकृत नहीं करने वाले विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे ?
इस मामले में जांच करवा कर कोई कार्रवाई करेंगे ? कारवाई कब तक करेंगे और यदि नहीं तो क्यों नहीं ? गावड़िया ने कहा कि सरकार को बने 14 महीने हो गए . अधिकारियों और कर्मचारियाें को बसों में भरवाकर पीएम का स्वागत कर लिया. परबतसर पंचायत समिति को सात करोड़ की राशि बजट आवंटित है . पिछले सवा साल से एक भी नए कार्य की स्वीकृति नहीं की गई. ऐसे बीडीओ के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो कब करेंगे नहीं करेंगे तो क्यों नहीं ?
गावड़िया ने कहा कि विकास अधिकारी परबतसर का राज्य सरकार ने अगस्त 2023 से अक्टूबर 2024 तक पांच बार ट्रांसफर किया. दो बार एपीओ कर जयपुर भी भेजा गया, लेकन पदभार ग्रहण नहीं किया. 28 अक्टूबर को पाटन नीमका थाना से परबतसर में कर दिया गया. गावड़िया ने सवाल उठाया कि क्या सरकार इतनी कमजोर हो गई कि पांच साल मे आदेशों का अवहेलना करने तथा विकास कार्यों को स्वीकृत नहीं कर रही विकास अधिकारी पर कार्रवाई कर पा रही है.
इसके जवाब में पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अभी समायोजन नहीं हुआ है, कार्य प्रगति पर है . इसमें 15वें वित्त आयोग के 46 लाख 32 हजार खर्च हो गए हैं. राज्य वित्त आयोग का 49 लाख 5 हजार 200 पर खर्च हो गया है . कार्य प्रगति पर है अभी दोषी कोई नहीं है. मंत्री दिलावर ने विकास अधिकारी के बार-बार तबादले पर लेनदेन करते थे . डोटासरा ने कहा कि एपीओ कर दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं कर रहे. मंत्री दिलावर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 3 साल में 9 बार विकास अधिकारी को बदला था. यह नहीं बदलना चाहिए था.
इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यहां पर कोई सवाल लगता है तो सदस्य उम्मीद करता है कि उसका समाधान हो. आप अपना बता दो एक साल में पांच बार एपीओ 16 सीसी की चार्जशीट में आरोपी है. यह लेनदेन की बात करते हैं तो विकास अधिकारी का पांच तबादला किया गया. मेरा भी आरोप है कि यह क्या लेनदेन कर रहे हैं .
कितने में से खर्च कर दिए 266. 26 लाख से काम किए हैं, मात्र पंद्रह प्रतिशत काम किए हैं. जूली ने पूछा कि विकास अधिकारी पर कार्रवाई करना चाहते हैं या नहीं . चार्ज शीट देने के बाद हटाया गया तो फिर क्यों लगाया गया ? इसका जवाब दे दीजिए. सीधा-सीधा जवाब दे की सरकार उन्हें बचाना क्यों चाह रही है ? पांच बार के आदेश आपकी सरकार के हैं, हमने नहीं किए हैं. आपकी सरकार के आदेशों की अवहेलना हो रही है. ये बचाने की बात कर रहे हैं.
मंत्री दिलावर ने कहा कि यह जानकर भी अनजाने हो रहे हैं कि अबकी बार पिछला बजट जुलाई में प ेश हुआ था बजट पास हुआ प्रशासनिक वित्तीय स्वीकृति वर्क ऑर्डर में कितना समय लगता है यह सब जानते हैं. जूली ने कहा कि नया बजट के लए बैठ गए हैं पुराने के बारे में जानकारी दें.
मंत्री दिलावर ने कहा कि विकास अधिकारी को कोर्ट स्टे के कारण वहां तैनात है, कोर्ट स्टे के कारण में कुछ नहीं कर सकता हूं. इस पर गोविंद डोटासरा ने कहा कि कोर्ट नहीं है आप मिथ्या तथ्य पेश कर रहे हैं यहां . इसके बाद जवाब तो दिलवाइए मंत्री से जवाब दीजिए . जूली ने कहा कि मंत्री से जवाब दिलवाओ साहब. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी मामले को शांत किया.