शहीद मुकेश कुमार बुनकर 2007 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था और वर्ष 2009 में अरुणाचल प्रदेश में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ केंद्र पर नक्सलीयों ने हमला कर पेटियां ले जाने का प्रयास किया.
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Shahpura: राजस्थान के शाहपुरा उपखंड के ग्राम रामपुरा के कोबरा बटालियन शौर्य पदक से सम्मानित शहीद मुकेश कुमार बुनकर के पिता रामसहाय बुनकर, माता कमलादेवी, वीरांगना बीना देवी, पुत्र ब्रजेश कुमार भाई विकास जेवरिया, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. पूरणमल बुनकर, बेटी मोनिका, ममता, ऋषिका, परिवारजनों और ग्रामीणों ने शहीद कि जयंती पर प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर और पांच छायादार और फलदार पेड लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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नक्सलियों से लोहा लेते वक्त शहीद हुए थे बुनकर
शहीद मुकेश कुमार बुनकर 2007 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था. वर्ष 2009 में अरुणाचल प्रदेश में चुनावी ड्यूटी के दौरान बूथ केंद्र पर नक्सलीयों ने हमला कर पेटियां ले जाने का प्रयास किया. इस पर शहीद मुकेश कुमार बुनकर ने अपने साथियों के साथ नक्सलियों के छक्के छुड़ा दिए. उनकी जाबांजी को देखते हुए सीधा कोबरा बटालियन में चयन कर लिया गया.
वर्ष 2012 में झारखंड के रांची में 50 नक्सलियों ने बटालियन पर हमला कर दिया. नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद मुकेश के 4 गोलियां लगी फिर भी शहीद मुकेश ने चार नक्सलियों को मार गिराया. घायल मुकेश दिल्ली उपचार दौरान 8 दिन बाद 24 सितंबर 2012 को अमर हो गए. वीरांगना बीना देवी को 9 अप्रैल 2015 को दिल्ली आयोजित शौर्य दिवस पर तात्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मरणोपरांत शौर्य वीरता मेडल से भी सम्मानित किया था. इस दौरान बाबुलाल जेवरिया, सीतादेवी, तरुण बांगड़, कृष्ण साभरिया, दिनेश मीणा, भानूप्रताप, आशु, दिलीप, धर्मेंद्र, मालीराम, नरेश, महावीर मीणा, कालूराम, विक्रम, लोकेश आदि ने शहीद अमर रहे, भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारों से क्षेत्र गुंजायमान हो गया.
आज भी विभिन्न समस्याओं से परेशान हैं शहीद परिवार, शीध्र निस्तारण की मांग
शहीद पिता पूर्व सरपंच रामसहाय बुनकर,सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.पूरणमल बुनकर ने बताया कि फर्जी सैनिक द्वारा हजारों रुपए और मूल दस्तावेजों को धोखाधड़ी कर ले जाने पर पुलिस कार्यवाही,निशुल्क रेल यात्रा पास जारी करने, राज्य परिवहन विभाग बस पास, स्मृति स्थल की चारदीवारी, कैंटीन सुविधाएं, राज्य सरकार की ओर से शौर्य वीरता सम्मान की अनुग्रह राशि, शहीद पार्क की घोषणा, शहीद स्मृति स्थल का पट्टा जारी करने आदि विभिन्न समस्याओं को लेकर सैनिक कल्याण बोर्ड, शिक्षा विभाग राजस्थान, डीआईजी सीआरपीएफ अजमेर, डीआईजी झारखंड, सीआरपीएफ मुख्यालय, जिला कलेक्टर, शाहपुरा, विराटनगर विधायक, प्रदेश सैनिक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष, जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों को लिखित व मौखिक में अवगत कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से परिवार जन परेशान हैं. इनके शीध्र निस्तारण कि मांग की है.
Reporter: Amit Yadav