जयपुर में रामप्रसाद मीणा की मौत पर अब मंत्री महेश जोशी ने दिया ये जवाब, जारी किया लेटर
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1658195

जयपुर में रामप्रसाद मीणा की मौत पर अब मंत्री महेश जोशी ने दिया ये जवाब, जारी किया लेटर

Ramprasad Case - Mahesh Joshi : रामप्रसाद सुसाइड मामले में घिरे मंत्री महेश जोशी ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाया वो सरासर निराधार है. उन्होंने कहा सच्चाई ठीक से पता लगनी चाहिए.

जयपुर में रामप्रसाद मीणा की मौत पर अब मंत्री महेश जोशी ने दिया ये जवाब, जारी किया लेटर

Ramprasad Case - Mahesh Joshi : रामप्रसाद सुसाइड मामले में घिरे मंत्री महेश जोशी की सफाई सामने आई है. महेश जोशी ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सुसाइड की जानकारी मिली तो दुख हुआ. लेकिन मैं मृतक और उसके परिवार को नहीं जानता. मंदिर का काम रुकवाकर कागजों की जांच करवाई गई. जिसके बाद जानकारी सामने आई कि ये मंदिर देवस्थान का है. 

मंत्री जोशी ने कहा कि  17 अप्रैल 2023 को मेरे विधानसभा क्षेत्र स्थित चांदी की टकसाल इलाके में रामप्रसाद नामक एक व्यक्ति ने आत्म हत्या कर ली यह जानकारी मिली सो बहुत दुःख हुआ. बाद में पता लगा कि आत्म हत्या करने से पहले रामप्रसाद ने अन्य लोगों के साथ मुझ पर भी आरोप लगाया कि मैंने भी उसे परेशान किया जो कि सरासर निराधार है.

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व किसी ने राजामल तालाब स्थित 260 वर्षों से भी अधिक पुराने गिरधारी जी के मंदिर परिसर में हो रहे निर्माण को गलत बताते हुए काम रुकवाने को कहा. प्राचीन मंदिर से जुड़ी लोगों की धार्मिक आस्था को देखते हुए प्रकरण संवेदनशील लगा. इसलिए काम रुकवाकर कागजों की जांच के लिए कहा.

आगे जोशी ने कहा कि मैं काम रुकवाया ताकि कागजों की जांच हो सके और जो सही है उस पार्टी के साथ न्याय हो. आत्म हत्या को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता लेकिन अगर काम नहीं रूकवाता और पुजारी आत्म हत्या कर लेता तो फिर? बाद में पुजारी की ओर से लिखित शिकायत भी प्राप्त हुई, लेकिन मृतक के परिवार की ओर कोई भी शिकायत या जवाब अथवा स्पष्टीकरण मुझे नहीं दिया गया.

मारपीट के आरोप पर कहा कि लात मारने या किसी भी तरह के दुर्व्यवहार करने के आरोप झूठे हैं. स्पष्टीकरण सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवा दूंगा. अपने जीवन में कभी किसी गलत काम के लिए नहीं कहा, सिफारिश भी करता हूँ तो न्याय की. मृत्यु के कारणों का पता लगना जरूरी है. आत्म हत्या आमतौर पर व्यक्ति क्षणिक आवेश में करता है, आत्म हत्या करने से पहले 3-4 वीडियो कौन बनवाता है या बनाता है. सच्चाई ठीक से पता लगनी चाहिए.

एफआईआर कराना हर किसी का अधिकार है, मैं चाहता हूँ कि जल्द से जल्द उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो जिससे सच्चाई जनता के सामने आये. प्रकरण के बारे में जानकारी मिलते ही महानिदेशक पुलिस-राजस्थान एवं पुलिस आयुक्त, जयपुर को पत्र के माध्यम से उच्च स्तरीय एवं शीघ्रता से के लिए आग्रह किया.

यह भी पढ़ें- 

8 साल तक रखा भाभी-बहन का रिश्ता, फिर बन गए पति-पत्नी, वजह कान खड़े कर देगी

जयपुर में रामप्रताप मीणा की मौत का मामला, 4 और वीडियो आए सामने, धरने पर बैठे किरोड़ीलाल मीणा के भाई

Trending news