Jhunjhunu News: झुंझुनूं जिले की गुढ़ागौड़जी तहसील के खरबासों की ढाणी में दो जरूरतमंद बेटियों की शादी भामाशाहों के सहयोग से धूमधाम से संपन्न हुई. गौरतलब बेटियों के पिता सुरेंद्र की 1 साल पहले करंट लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. यही नहीं, परिवार में खाने तक के लाले पड़ गए. यह परिवार बेटियों की शादी करने में असमर्थ था.
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Jhunjhunu: झुंझुनूं जिले की गुढ़ागौड़जी तहसील के खरबासों की ढाणी में दो जरूरतमंद बेटियों की शादी भामाशाहों के सहयोग से धूमधाम से संपन्न हुई. गौरतलब बेटियों के पिता सुरेंद्र की 1 साल पहले करंट लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. यही नहीं, परिवार में खाने तक के लाले पड़ गए. यह परिवार बेटियों की शादी करने में असमर्थ था.
संदीप सिंह शेखावत के नेतृत्व में गांव के युवाओं ने मुहिम चलाकर भामाशाहों से जन सहयोग की अपील की. इस मार्मिक अपील से कई भामाशाह और सामाजिक संगठन आगे आए और सहयोग करते हुए धूमधाम से शादी संपन्न की. युवा टीम में कैलाश शर्मा, संदीप सिंह शेखावत, मनीष शर्मा, नीरज शर्मा, राजबीर खरबास, अश्विनी शर्मा, शंकर स्वामी, राजेंद्र स्वामी, प्रशांत जांगिड़, दिनेश शर्मा, प्रदीप शर्मा, गोविंद सिंह शेखावत, कृष्ण सिंह शेखावत, जयराम स्वामी, सुभाष स्वामी, मदन ढाका, पोकर मल, सत्यवीर ओला, विजेंद्र ढाका, राजेश ढाका, वासुदेव शर्मा आदि का सराहनीय सहयोग रहा. महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में गुढा बावनी की युवा टीम की मुहिम पर समस्त भामाशाहों द्वारा दिए गए सहयोग की राशि 4 लाख 111 रुपए का नकद राशि दी. वहीं गांव के भामाशाह भागीरथमल ढाका द्वारा शादी में रसोई व्यवस्था कर खाने का खर्च उठाया. गुढा बावनी की समस्त युवा टीम द्वारा दात का सामान, बर्तन, टेंट सहित शादी का पूरा सामान दिया गया.
सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश प्रसाद महरानियां और गांव की अनु शेखावत ने इसकी सूचना बेसहारों की आवाज संगठन तक पहुंचाई. सूचना मिलते ही संगठन के कार्यकर्ताओं ने तुरंत प्रभाव से उनके गांव खरबासों की ढाणी पहुंचकर भाई बनकर मायरा भरने का विश्वास दिलाया. शादी के दिन संगठन के संपूर्ण टीम जन सहयोग से मायरा लेकर पहुंची और हिंदी रीति रिवाज के अनुसार मायरा भरा. संगठन ने बेटियों की मां को बहन मानकर चुंदरी ओढाई.
साथ ही दोनों बहनों के लिए दो दो साड़ी बेस दोनों की घड़ी 21000 रुपए नगद देकर समाज में सकारात्मक पहल शुरू की. गौरतलब है कि बेसहारों की आवाज संगठन ने इसी प्रकार पहले भी किरोड़ी नोहरा में दो बेटियों की तथा बजावा रावत का में एक बेटी की शादी धूमधाम से करवाने का काम किया था. संगठन के प्रदेशाध्यक्ष शीशराम गुर्जर ने सभी सहयोगकर्ताओं एवं मीडिया का आभार जताया. उन्होंने कहा कि हमारा संगठन बेसहारों के सहयोग के लिए बना है.
कन्यादान करने वालों की लगी भीड़
बामलास धाम के महंत लक्ष्मण दास महाराज ने कन्यादान में दो चांदी के गिलास, दो सोने के नाक के कांटे, दो मच्छी जोड़ी दो अंगूठी दोनों बेटियों को भेंट कर आशीर्वाद दिया. राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह ने 21 हजार रुपए, अमीलाल खेदड़ ने 11 हजार रुपए, समाजसेवी विजेंद्र सिंह इंद्रपुरा ने 51 सो रुपए, रघुनाथपुरा की युवा टीम ने 31सो रुपए कन्यादान स्वरूप भेंट किए. इनके अलावा कन्यादान करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. वही गांव के लोगों द्वारा बारात का जगह-जगह स्वागत किया गया. बेटियों की मां ने गुढा बावनी की युवा टीम एवं भामाशाहों सहित मीडिया का आभार जताया.
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