Rajasthan Crime: जयपुर में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का ताजा मामला मानसरोवर थाना इलाके से सामने आया है, जहां धन्वंतरि अस्पताल के बाहर सड़क पर एक कपल से खुलेआम बदसलूकी की गई.
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Rajasthan Crime: राजस्थान के जयपुर में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का ताजा मामला मानसरोवर थाना इलाके से सामने आया है, जहां धन्वंतरि अस्पताल के बाहर सड़क पर एक कपल से खुलेआम बदसलूकी की गई. ब्लैक थार (RJ 45 CZ 0756) में सवार युवकों ने पहले बाइक पर जा रहे युवक और युवती से छेड़छाड़ की.
छेड़छाड़ के बाद उनकी बाइक रोककर मारपीट शुरू कर दी. युवती ने जब विरोध किया तो बदमाशों ने उसके साथ भी मारपीट की, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और युवकों का डटकर सामना किया.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और अज्ञात मनचलों के खिलाफ कपल की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. यह घटना राजधानी में बढ़ती गुंडागर्दी को उजागर करती है और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाती है.
मनचलों का जयपुर से दिल्ली तक दहशत
मिली जानकारी के अनुसार यह ब्लैक थार गाड़ी पिछले एक साल से जयपुर और दिल्ली की सड़कों पर आतंक मचा रही है. इस वाहन पर अब तक कुल 8 चालान किए जा चुके हैं, जिनमें से पांच अभी भी लंबित हैं.
गाड़ी के चालानों का ब्यौरा
1 अगस्त 2024 को जयपुर में ओवरस्पीडिंग के कारण पहला चालान, 2 अगस्त 2024 को जयपुर में ओवरस्पीडिंग के दो चालान, 14 जनवरी 2025 को दिल्ली में पॉल्यूशन और काले शीशे के कारण चालान, 30 जनवरी 2025 को ओवरस्पीडिंग के लिए चालान, 19 जुलाई 2024 को जयपुर में ब्लैक फिल्म को लेकर चालान कटा है.
10 जनवरी 2025 को ब्लैक फिल्म के कारण फिर चालान, 15 फरवरी 2025 को सीट बेल्ट न लगाने पर चालान. इनमें से तीन चालानों का जुर्माना भरा जा चुका है, जबकि पांच अभी भी पेंडिंग हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि यह गाड़ी 23 दिसंबर 2023 को खरीदी गई थी और इसका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट 22 दिसंबर 2024 को ही एक्सपायर हो चुका है.
यह मामला ना केवल एक सड़क पर हुई छेड़छाड़ और गुंडागर्दी को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे एक वाहन बार-बार नियमों का उल्लंघन कर रहा है और पुलिस की कार्रवाई के बावजूद अपराधियों पर कोई असर नहीं हो रहा है.
अब सवाल यह उठता है कि जब यह गाड़ी पहले ही कई बार नियमों का उल्लंघन कर चुकी थी, तो इसे अब तक जब्त क्यों नहीं किया गया. आखिर कब तक पुलिस ऐसे मामलों में मूकदर्शक बनी रहेगी. जयपुर के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.