Alwar News: महिला रोग विशेषज्ञ और सर्जन के अभाव में मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मौसमी बीमारियों के चलते भीड़ बढ़ी, लेकिन स्टाफ की कमी से इलाज में देरी. जल्द नियुक्ति नहीं हुई तो स्थिति बिगड़ सकती है.
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Rajasthan News: खेड़ली उपजिला अस्पताल में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन डॉक्टरों की भारी कमी से लोग परेशान हैं. अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ और सर्जन की लंबे समय से दरकार बनी हुई है. मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाने के कारण उपचार के लिए अलवर या जयपुर जाना पड़ता है, जिससे न केवल समय बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है.
महिला रोग विशेषज्ञ और सर्जन की कमी बनी समस्या
अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण प्रसव संबंधी मामलों में भारी गिरावट आई है. गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. वहीं, सर्जन की अनुपस्थिति के चलते आवश्यक ऑपरेशन टाले जा रहे हैं, जिससे मरीजों की परेशानी और बढ़ गई है. उपजिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. अंकित जेटली ने बताया कि मौसमी बदलाव के कारण सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में तेजी आई है. अस्पताल में हर दिन 1000 से 1200 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण इलाज में देरी हो रही है.
सुविधाएं तो हैं, लेकिन स्टाफ की कमी
अस्पताल में 35 तरह की जांच और 575 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा. सीएमएचओ डॉ. योगेंद्र शर्मा ने बताया कि जल्द ही नए डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी. साथ ही, अलवर मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों को वीकेंड पर अस्पताल में सेवा देने की योजना बनाई जा रही है. स्थानीय लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द महिला रोग विशेषज्ञ और सर्जन की नियुक्ति की मांग की है. यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो लोगों को गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ सकता है.
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Reported By- स्वदेश कपिल