Jodhpur News: जोधपुर के जय नारायण विश्वविद्यालय में अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती मनाई गई. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. अहिल्याबाई के महिला शिक्षा, सशक्तिकरण, और देश के पुनर्निर्माण में योगदान पर चर्चा हुई. शेखावत ने अहिल्याबाई को भारत की धरोहर बताया और उनके योगदान को याद किया.
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Rajasthan News: भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण की ध्वजवाहक पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयंती समारोह का आयोजन जोधपुर के जय नारायण विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग, महिला अध्ययन केंद्र एवं अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए कार्यक्रम की.
अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर के एल श्रीवास्तव ने की. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शोधार्थी और विद्यार्थी के साथ गणमान्य लोग उपस्थित रहे. अहिल्याबाई होलकर के भारत में महिला शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के योगदान और मुगल आक्रमण कार्यों से राज्य की रक्षा को लेकर उनके युद्ध कौशल और राज्य के लघु उद्योग को बढ़ाने में उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा की गई.
इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अपने जीवन में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, अपने पति, पिता, ससुर, पुत्र और दामाद का निधन के बावजूद भी उन कठिन परिस्थितियों से परास्त करते हुए अपने व्यक्तित्व के बल पर उन्होंने भारत के लिए जो योगदान दिया. 140 करोड़ भारतीय और आने वाली कई पीढ़ियां उनके ऋण से मुक्त नहीं हो सकते.
उन्होंने अपनी स्त्री धन से जिस तरह से राष्ट्रीय और राष्ट्र में पुनर्जन्म और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए काम किया अपने क्षेत्र से दूर रह करके पूरे देश भर में जिस तरह से मुगलों द्वारा विध्वंस किए गए सारे मंदिरों का पुनर्निर्माण करने का काम किया सोमनाथ से लेकर के जगन्नाथ तक जिस तरह से उन्होंने अपनी कृतित्व की छाप छोड़ी आज देश उनके 300 वे जयंती मना कर हम गौरांवित महसूस कर रहे है.
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Reported By- राकेश कुमार भारद्वाज