सरकार के निर्देशों की पालना में कार्य की शिकायत के लिए यहां लगे बोर्ड में जिम्मेदार अधिकारियों के दूरभाष नंबर तो लिखे हैं लेकिन फोन रीसिव करने की जिम्मेदारी अधिकारी नहीं समझते. ऐसे में आम लोग शिकायत करे भी तो कहां.
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Sangod: गौरव पथ से जोलपा रोड को जोड़ने वाले बरसों पुराने रास्ते पर लोगों की आवागमन की राह सुलभ करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर हाल ही में रास्ते पर इंटरलॉकिंग करवाई लेकिन निर्माण में हुए घटिया काम की कलई अभी से ही खुलने लगी है.
हालत यह है कि इसका काम पूर्ण हुए अभी एक माह ही बीता है, इससे पहले ही कई जगह से इंटरलॉकिंग की साइडे धंसने लगी है. कई जगह इंटरलॉकिंग में दरारें बन गई हैं.
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उल्लेखनीय है कि यहां मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत गौरव पथ से किराड़ धर्मशाला के पीछे होते हुए पुलिया तक इंटरलॉकिंग सड़क स्वीकृत हुई थी. करीब 0.26 किलोमीटर लंबाई की इस सड़क के लिए 21 लाख 35 हजार रुपये स्वीकृत हुए. स्वीकृति के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने इसी साल जनवरी माह में इसका काम शुरू करवाया, जिसका काम अगस्त में पूर्ण हुआ लेकिन एक माह में ही नवनिर्मित इंटरलॉकिंग कई जगह से धंसने लगी है. खासकर कई जगह इंटरलॉकिंग की साइडे धंसने बड़ी-बड़ी दरारें आने लगी है.
कहां करे शिकायत, नहीं कोई सुनने वाला
सरकार के निर्देशों की पालना में कार्य की शिकायत के लिए यहां लगे बोर्ड में जिम्मेदार अधिकारियों के दूरभाष नंबर तो लिखे हैं लेकिन फोन रीसिव करने की जिम्मेदारी अधिकारी नहीं समझते. ऐसे में आम लोग शिकायत करे भी तो कहां.
क्षेत्र के लोगों की मानें तो एक माह पूर्व ही पुलिया के पास इंटरलॉकिंग धंस गई थी. अपनी कमियों को छुपाने के लिए विभाग ने आनन-फानन में इसकी मरम्मत भी करवाई लेकिन गुणवत्ता नहीं सुधर पाई.