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Sawai-Madhopur: सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर उपखंड की चांदनौली ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन व जलदाय विभाग और उपखंड स्तरीय प्रशासन की लापरवाही के चलते पीने के पानी की त्राहि त्राहि मची हुई है. आलम यह है कि गांव के लोगों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा हैं. भीषण गर्मी में पानी की विकट समस्या के मद्देनजर गांव की सैकड़ों महिलाओं ने किसान सभा जिला अध्यक्ष कानजी मीणा के नेतृत्व में सूखी पड़ी पानी की टंकी पर मटका फोड़ प्रदर्शन किया और आगामी तीन दिन में पानी की समस्या का समाधान नहीं होने पर लालसोट कोटा हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है. आक्रोशित महिलाओं का आरोप है कि पूर्व में ग्राम पंचायत प्रशासन व जलदाय विभाग को अवगत कराने के बावजूद आज तक पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया है.
किसान सभा जिला अध्यक्ष कानजी मीणा ने बताया कि चांदनौली गांव में चारों तरफ फ्लोराइड युक्त खारा पानी है और मीठे पानी का एकमात्र कुआं है और ऐसे में सवाईमाधोपुर के कुऐं से मोटर चलाकर गांव में बनी 5 पानी की टंकियों को जनता जल योजना के तहत भरा जाता हैं, जिससे लोगों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिलती है, मगर विभागीय कर्मचारियों की उदासीनता और बार-बार कुएं में लगी मोटर खराब होने से गांव में पेयजल संकट गहराया हुआ है. ग्राम पंचायत प्रशासन के अनुसार नवसृजित ग्राम पंचायत मुख्यालय पर 15 हैंडपंप और लगभग 15 कुऐं हैं परंतु फ्लोराइड युक्त खारा पानी होने से तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में आबादी से एक किलोमीटर दूर एकमात्र मीठे पानी का कुआं है जिससे स्थानीय ग्राम पंचायत व जलदाय विभाग के द्वारा इसी मीठे पानी के कुएं से गांव में बनी 5 टंकियों तक पानी पहुंचाया जा रहा हैं लेकिन थ्री फेस बिजली कटौती और आए दिन कुएं में लगी मोटर खराब होने से टंकिया सूखी पड़ी है. जिससे लोगों को पीने की पानी की समस्या का सामना करना पड़ा रहा है.
Reporter - Arvind Singh
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