टोंक का लावा गांव जल्द होगा बाल विवाह मुक्त गांव, यूनिसेफ की कोशिश
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टोंक का लावा गांव जल्द होगा बाल विवाह मुक्त गांव, यूनिसेफ की कोशिश

एक साल से गांव में कोई बाल विवाह नहीं हुआ है. गांव में 18 वर्ष तक के सभी बच्चे शिक्षा से जुड़े हुए हैं, कोई बालिका ड्रॉप आउट नहीं है

टोंक का लावा गांव जल्द होगा बाल विवाह मुक्त गांव, यूनिसेफ की कोशिश

Tonk : राजस्थान में टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के दिशा निर्देशानुसार एक्शन एड-यूनिसेफ की तरफ से बाल अधिकारिता, महिला अधिकारिता, शिक्षा विभाग और नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘हमारा गांव, बाल विवाह मुक्त गांव‘‘ अभियान के तहत लावा गांव में सामुदायिक बैठक, किशोर-किशोरी संवाद और जागरूकता रैली का आयोजन किया गया.

यूनिसेफ जोनल कोर्डिनेटर जहीर आलम ने बताया कि जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के दिशा निर्देश में टोंक जिले में कई नवाचार किये जा रहे हैं. जिसमें मिशन वानी एक महत्वपूर्ण नवाचार है. जिसके तहत किशोरी सशक्तिकरण, बाल संरक्षण के लिए और लिंग आधारित भेदभाव के साथ ही बाल विवाह रोकथाम के लिए कई तरह की गतिविधियों के आयोजन किये जा रहे हैं.

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इसी कड़ी में लावा गांव के रामदेव मंदिर में राजीविका समूह की महिलाओं, धार्मिक और सामाजिक प्रतिनिधियों-किशोरियों के साथ सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया. इसके उपरांत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ किशोरी सशक्तिकरण, बाल संरक्षण, लिंग आधारित भेदभाव और बाल विवाह रोकथाम विषय पर चर्चा की गई.

विद्यालय से बस स्टैंड तक जागरूकता रैली निकालकर लोगों को संकल्पित किया गया, कि वो लड़कों का 21 वर्ष और लड़कियों का 18 वर्ष से कम उम्र में विवाह ना करें.  रैली में हमारा गांव बाल विवाह मुक्त गांव का संदेश दिया गया. इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र मालपुरा ब्लॉक कोर्डिनेटर और एक्शनएड वोलंटियर मनीष बैरवा ने जानकारी दी की विगत एक वर्ष से गांव में लोगों को बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों की रोकथाम के लिए जागरूक किया जा रहा है. 

एक साल से गांव में कोई बाल विवाह नहीं हुआ है. गांव में 18 वर्ष तक के सभी बच्चे शिक्षा से जुड़े हुए हैं, कोई बालिका ड्रॉप आउट नहीं है, स्कूल में पीने का साफ पानी, शौचालय और सुरक्षा सहित गांव में किशोर-किशोरी समूह संगठित हैं, जो बाल विवाह सहित बाल संरक्षण पर नियमित बैठकों के जरिए गांव वालों को जागरूक करते रहते हैं.

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 बाल संरक्षण अधिकारी राम सहाय पारीक ने बताया कि विभाग, एक्शनएड-यूनिसेफ  के साथ मिलकर संयुक्त रूप से मुहिम चला रहे हैं. लावा में लोगों ने जिले में सबसे पहले निर्णय लिया कि वो अपने गांव को आगामी ग्राम सभा में बाल विवाह मुक्त घोषित करेंगें.

कार्यक्रम में धर्मगुरु श्योकरण बैरवा, यशवीर शूरा और व्याख्याता सतीश शर्मा ने भी बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों की रोकथाम पर अपने विचार रखें. इस अवसर पर राजीविका सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मंडल सचिव जीतराम बैरवा, सदस्य विनोद बैरवा, मोना कुमारी, सीमा, आमिर फारूक आदि उपस्थित रहे.

रिपोर्टर- पुरुषोत्तम जोशी

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