मकर संक्रांति के मौके पर त्रिवेणी संगम में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. त्रिवेणी की पवित्र धारा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए ब्रह्मुहूर्त से श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर मां गंगा से मोछ की कामना कर रहे हैं.
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मोहम्मद गुफ़रान/प्रयागराज: संगम तट पर लगे माघ मेले में मकर सक्रांति (Makar Sankranti 2023) पर्व को लेकर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. त्रिवेणी संगम के तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. कड़ाके की ठंड होने के बावजूद भक्तों की भीड़ देर रात से ही घाट पर जमा होने लगी थी.
डुबकी के साथ मोक्ष की कामना
ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु मां त्रिवेणी की गोद में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं. मकर सक्रांति के पावन पर्व के उत्सव में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, महिला से लेकर पुरुष तक सभी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं.
दो दिन तक मनाया जाएगा पर्व
इस साल की खास बात ये कि मकर मकर संक्रांति का पर्व दो दिनों तक मनाया जाएगा. त्रिवेणी संगम में दो दिनों तक आस्था की डुबकी लगाई जाएगी. दरअसल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश किए जाने पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इस बार 14 जनवरी की रात करीब 8.43 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश होगा, जो 15 जनवरी की सुबह 6.47 बजे पुण्यकाल होगा. इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान दान का विशेष महत्व माना गया है. लिहाजा त्रिवेणी संगम का शास्त्रों में ख़ास महत्व माना गया है. त्रिवेणी संगम में स्नान के बाद दान करना विशेष फलदाई बताया गया है. आदिकाल से ही लोग माघ मास में संगम में स्नान और दान करते आ रहे हैं. इस दिन सूर्य को अर्घ्य देना भी फलदाई माना जाता है. मकर संक्रांति पर्व पर अन्न दान विशेष कर तिल के दान का ख़ास महत्व है.
वाराणसी में भी श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी
वाराणसी में मकर सक्रांति का पर्व मनाने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं ने काशी के दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई.महादेव के जयकारों से पूरा घाट गूंज उठा. इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा जोश दिखाई दे रहा है. सक्रांति के पर्व पर कल (15 जनवरी) भी गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर धर्म लाभ उठाएंगे श्रद्धालु.