Patwari Lekhpal Bharti Pariksha : उत्तराखंड में नकल विरोधी कानून उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में लागू किया है. पेपर लीक के बढ़ते मामलों के बीच पटवारी लेखपाल भर्ती का रविवार को आयोजन किया गया.
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Patwari Lekhpal Bharti Pariksha : उत्तराखंड में नकल विरोधी कानून के तहत नकलचियों और अफवाह फैलाने वालों पर गाज गिरना शुरू हो गई है. पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा (Patwari lekhpal Bharti Pariksha) का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में पहला केस सोमवार को दर्ज कर लिया गया. जिले में रविवार को उप राजस्व निरीक्षक (पटवारी) और लेखपाल की परीक्षा हुई थी. राजकीय पॉलिटेक्निक उत्तरकाशी सेंटर में बड़कोट के अरुण कुमार ने गलत सूचना सोशल मीडिया पर फैलाई.
इसमें कहा गया कि प्रश्न पत्र की सील पहले से खुली हुई थी. गंभीर मामले का संज्ञान जिलाधिकारी और परीक्षा से जुड़े सेक्टर मजिस्ट्रेट और जोनल मजिस्ट्रेट ने लिया. अफसरों ने सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. देर रात ये जानकारी जिला प्रशासन को दी गई. इसमें सामने आया कि एग्जाम पेपर पहले से खुली होने की सूचना गलत थी. यह जानकारी गलत तरीके से सोशल मीडिया पर जानबूझकर फैलाई गई.अरुण कुमार और कुछ न्यूज़ पोर्टल पर देर रात थाना कोतवाली उत्तरकाशी में नकल अध्यादेश अधिनियम 2023 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.मजबूत नकल अध्यादेश लागू होने के बाद उत्तर काशी जिले में पहला केस दर्ज किया गया है.
उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान का कहना है कि पेपर की सील खुली होने की अफवाह का वीडियो वायरल हुआ था. इस कारण काफी ज्यादा भ्रामक जानकारी फैली.
अरुण कुमार इस मामले में मुख्य आरोपी पाया गया प्रश्नपत्र की एक सील खुली हुई थी, ऐसा कहा गया था. हालांकि आयोग के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के सामने सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया. इसमें ऐसा कोई भी आरोप सही नहीं पाया गया.
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