How Police Caught Saif Ali Khan's Attacker: सैफ अली खान पर उनके घर में जाकर हमला करने वाले हमलावर को पुलिस ने 70 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है. हमला करने के आरोपी का नाम शरीफुल इस्लाम शहजाद बताया जा रहा है, जिसे पुलिस ने ठाणे से गिरफ्तार किया है. इस खबर हम आपको बताएंगे कि पुलिस ने शरीफुल इस्लाम को कैसे पकड़ा है.
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Saif Ali Khan Attacker: सैफ अली खान पर हमला करने वाले को पुलिस ने रविवार की सुबह ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद अदालत की तरफ से हमलावर की 5 दिन की पुलिस कस्टडी भी मिल गई है, लेकिन क्या आपको पता है कि पुलिस ने उसे कैसे गिरफ्तार किया? कौन-कौन सी चीजों ने आरोपी का सुराग पुलिस तक भेजा? दरअसल पुलिस को उसे पकड़ने के लिए गूगल पे, परांठा और पानी की बोतल जैसी चीजों ने काफी मदद की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गूगल पे के जरिए पराठा और पानी की बोतल के लिए किया गया पैमेंट मुंबई पुलिस के लिए एक अहम सुराग साबित हुआ, जिससे उन्होंने मोहम्मद शरीफुल इस्लाम (30) को पकड़ा. गूगल पे की इस ट्रांजैक्शन से पुलिस को आरोपी का मोबाइल नंबर मिला, जिसे ट्रेस करते हुए वह ठाणे पहुंची. वहां और सुराग मिलने के बाद पुलिस ने एक मजदूर कैंप के पास घने मैंग्रोव जंगल में तलाश शुरू की.
बताया जा रहा है कि करीब 100 पुलिसकर्मी सर्च ऑपरेशन में लगे थे. तलाश के दौरान टीम लगभग लौटने ही वाली थी, जब एक टॉर्च की रोशनी में जमीन पर सोया हुआ एक शख्स दिखा. जैसे ही एक अधिकारी करीब गया तो वह व्यक्ति भागने लगा. जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया. शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जब उसने टीवी और यूट्यूब पर अपनी तस्वीरें देखीं, तो वह डर गया और ठाणे भाग गया. उसने बताया कि वह पहले ठाणे के एक बार में काम कर चुका था और उस इलाके से परिचित था.
पुलिस ने पहले आरोपी को बांद्रा रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज से ट्रैक किया था. इसके बाद दादर स्टेशन के बाहर एक दुकान से उसने मोबाइल कवर खरीदा, लेकिन वहां उसने कैश से पेमेंट किया. फिर वह कबूतरखाना और वर्ली की ओर बढ़ा. वर्ली के सेंचुरी मिल के पास एक स्टॉल पर पुलिस को आरोपी का सुराग मिला. सीसीटीवी फुटेज में वह स्टॉल मालिक से दो बार बातचीत करता दिखा. पुलिस ने स्टॉल मालिक नवीन एक्का की पहचान की और पता लगाया कि वह कोलीवाड़ा में रहता है.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि एक्का जय हिंद मित्र मंडल में रहता था लेकिन वह घर बंद था. इसके बाद मकान मालिक राजनारायण प्रजापति के बेटे विनोद ने पुलिस को एक्का का मोबाइल नंबर दिया. एक्का से पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने पराठा और पानी की बोतल का भुगतान गूगल पे से किया था. इसी मोबाइल नंबर से पुलिस ने ठाणे के कासारवडावली मजदूर कैंप में आरोपी का सुराग पाया.
कैंप में आरोपी के बारे में जानकारी मिली कि उसने कुछ महीने पहले एक ठेकेदार अमित पांडे के साथ काम किया था. करीब 20 टीमों ने कैंप में तलाशी ली लेकिन आरोपी वहां से भाग चुका था और उसने शनिवार रात 10 बजे के आसपास अपना फोन बंद कर दिया. इसके बाद पुलिस ने कैंप के पास के मैंग्रोव इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया और आखिरकार डीसीपी नवनाथ धावले के नेतृत्व में आरोपी को पकड़ लिया.
अदालत में मुंबई पुलिस ने संभावित अंतरराष्ट्रीय साजिश की जांच के लिए शहजाद की 14 दिन की हिरासत मांगी, क्योंकि वह बांग्लादेशी नागरिक है. हालांकि अदालत ने आगे की पांच दिन की पुलिस हिरासत देते हुए कहा,'अंतरराष्ट्रीय साजिश के संदेह से इनकार नहीं किया जा सकता.' हालांकि अदालत में शहजाद का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने तर्क दिया कि वह बांग्लादेशी नहीं बल्कि मुंबई में रहने वाला भारतीय नागरिक है.
आरोपी के वकील ने आगे कहा,'मामले को अनावश्यक रूप से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, क्योंकि इसमें सैफ अली खान शामिल हैं. अन्यथा इसे एक सामान्य मामले के रूप में माना जाता. हिरासत के कारणों को रिमांड आवेदन में स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया था. आरोपी एक युवा लड़का है जिसका कोई पिछला क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है और उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है.'