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RSS Plan for BJP Win: दक्षिणपंथ की विचारधारा वाली बीजेपी राष्ट्र प्रथम यानी सबसे पहले राष्ट्रवाद का दम भरती है. कहा जाता है कि बीजेपी के पास एक सीक्रेट फोर्स है जो जरूरत पड़ने पर संकट मोचक बनकर उसके लिए काम करती है. ऐसे में जहां एक ओर खबर है कि यूपी सीएम योगी की दिल्ली के चुनाव प्रचार में एंट्री होने वाली है. इसके साथ ही उसके मातृ संगठन यानी आरएसएस की एंट्री भी दिल्ली चुनाव में होने जा रही है. दावा किया जा रहा है कि इसी एंट्री के साथ बीजेपी की जीत की रेसिपी तैयार हो जाएगी. जानकारी के मुताबिक दिल्ली की जीत के लिए ताबड़तोड़ बैठकों का दौर शुरु हो चुका है.
संघ खत्म कराएगा दिल्ली में बीजेपी का वनवास?
सूत्रों के हवाले से छनकर आ रही खबरों और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संघ का पहला फोकस उन 68 विधानसभा सीटों पर जहां बीजेपी के उम्मीदवारों का एलान हो चुका है. इन 68 सीटों को कुल चार कैटेगरी में बांटा गया है. A, B, C और D. आपको बताते चलें कि संघ की A कैटेगरी में वो 8 से 12 सीट रखी गई हैं. जहां बीजेपी की जीत तय है. फिर B+ कैटेगरी, जहां बीजेपी को बढ़त मिलने के आसार हैं. इस दूसरी यानी B कैटेगरी में 32 सीट हैं, जहां RSS कार्यकर्ता जिम्मा संभालेंगे. अब बात C कैटेगरी की जिसमें करीब 25 से 30 सीटे हैं. ये वो सीटे हैं जहां पर बीजेपी को आम आदमी पार्टी (AAP) से कांटे की टक्कर मिलेगी. और सबसे आखिर में D कैटेगरी है जहां बीजेपी की जीत की संभावनाएं 0 यानी जीतने लगभग नामुमकिन है.
काम आएगी संघ की शक्ति?
ये संघ का वो ब्लू प्रिंट जिसके जरिए जीत का खाका खींचा जाएगा. और सबसे ज्यादा फोकस उन 30 सीटों पर जहा सबसे ज्यादा दलित वोटर्स हैं. बीजेपी के स्टार प्रचारकों के दौरे शुरू होने वाले हैं. हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के सहारे हरियाणा और महाराष्ट्र को बड़े मार्जिन से जीत चुकी बीजेपी का संघे शक्ति कलियुगे का अस्त्र काम कर गया तो बीजेपी का सालों पुराना वनवास दिल्ली में खत्म हो सकता है.