ज्यादा काम = सेहत खराब, हफ्ते में 60 घंटे से ज्यादा काम करने के नुकसान अच्छे से जान लें आप
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ज्यादा काम = सेहत खराब, हफ्ते में 60 घंटे से ज्यादा काम करने के नुकसान अच्छे से जान लें आप

लंबे समय तक बैठकर काम करने से न केवल थकान बढ़ती है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, लंबे वर्किंग ऑवर्स की वजह से करीब 73.6% लोग दिनभर में ज्यादा थकान महसूस करते हैं.

ज्यादा काम = सेहत खराब, हफ्ते में 60 घंटे से ज्यादा काम करने के नुकसान अच्छे से जान लें आप

आज की कंपटीशन वाली दुनिया में लोग सफलता की दौड़ में खुद को झोंक रहे हैं. अधिकतर लोग अपने आप को प्रूफ करने लिए घंटों-घंटों ऑफिस में बैठकर काम करते हैं. लेकिन क्या किसी ने कभी सोचा है कि हफ्ते में 60-70 घंटे तक काम करना आपके सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है?

हाल ही में आई एक स्टडी के मुताबिक, लंबे समय तक बैठकर काम करने से न केवल थकान बढ़ती है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, लंबे वर्किंग ऑवर्स की वजह से करीब 73.6% लोग दिनभर में ज्यादा थकान महसूस करते हैं. लगातार तनाव में रहने से न केवल दिमागी संतुलन बिगड़ता है, बल्कि एग्जाइंटी और डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं. जब शरीर को आराम नहीं मिलता, तो काम करने की क्षमता भी धीरे-धीरे कम होने लगती है.

दिल की बीमारियों का खतरा
ज्यादा समय तक काम करने और लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है. शोध में पाया गया है कि 6.3% लोगों को हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) की समस्या हो जाती है, जबकि 11.2% लोग हाई कोलेस्ट्रॉल (हाइपरलिपिडेमिया) से पीड़ित हो जाते हैं. ये दोनों ही समस्याएं आगे चलकर हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं.

मसल्स और हड्डियों पर असर
लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करने से गर्दन, कमर और कंधों में दर्द की समस्या आम हो जाती है. शोध में पाया गया कि 53.5% कर्मचारियों को गर्दन में दर्द, 53.2% को लोअर बैक पेन और 51.6% को कंधों में दर्द की शिकायत होती है. इसका मुख्य कारण है लंबे समय तक बिना हिले-डुले बैठे रहना और शरीर को सही पोश्चर न देना.

वर्क-लाइफ बैलेंस बिगड़ता है
हफ्ते में 60 घंटे से ज्यादा काम करने से न केवल फिजिकल हेल्थ पर असर पड़ता है, बल्कि यह आपकी निजी जिंदगी को भी प्रभावित करता है. परिवार और दोस्तों के लिए समय निकाल पाना मुश्किल हो जाता है, जिससे रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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