China Military Coup: शी जिनपिंग का तख्तापलट होने की बात में कितनी सच्चाई? चीन ने अब बताया सच
Advertisement
trendingNow11368504

China Military Coup: शी जिनपिंग का तख्तापलट होने की बात में कितनी सच्चाई? चीन ने अब बताया सच

Xi Jinping Missing: द गार्जियन ने बताया कि निराधार दावों, सैन्य वाहनों के बिना स्रोत वाले वीडियो के साथ और ज्यादातर बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द करने पर आधारित थे, लेकिन ट्विटर पर ट्रेंड करना शुरू होने से पहले नहीं. 

China Military Coup: शी जिनपिंग का तख्तापलट होने की बात में कितनी सच्चाई? चीन ने अब बताया सच

China News: चीन ने सैन्य तख्तापलट की अफवाहों को निराधार बताया है.  द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, भ्रष्टाचार के लिए वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के एक समूह को जेल में बंद किए जाने के बाद शी के घर में नजरबंद होने की अजीबोगरीब अफवाह उड़ाई गई, जिसका जल्द ही खंडन किया गया.

एक चीनी अदालत ने पिछले हफ्ते सार्वजनिक सुरक्षा के पूर्व उपमंत्री सुन लिजुन, पूर्व न्याय मंत्री फू झेंगहुआ और शंघाई, चोंगकिंग और शांक्सी के पूर्व पुलिस प्रमुखों को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेज दिया था. फू और पुलिस प्रमुखों पर राजनीतिक गुट का हिस्सा होने और शी के प्रति निष्ठाहीन होने का आरोप लगाया गया था. भ्रष्टाचार विरोधी अभियान छेड़ने के बाद शी को एक अहम बैठक में पार्टी और सैन्य आयोग के नेता के रूप में फिर से नियुक्त किए जाने की उम्मीद है. सरकारी मीडिया ने रविवार को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की केंद्रीय समिति के प्रतिनिधियों की सूची की घोषणा की, जिनकी संख्या लगभग 2,300 थी, जिन्हें अंतिम रूप दिया गया था.

24 सितंबर से उड़ रही अफवाह

शी को सूची में शामिल करने से सोशल मीडिया पर उन अफवाहों का खंडन हुआ जो 24 सितंबर से सैन्य तख्तापलट के बाद से घूम रही थीं. द गार्जियन ने बताया कि निराधार दावों, सैन्य वाहनों के बिना स्रोत वाले वीडियो के साथ और ज्यादातर बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द करने पर आधारित थे, लेकिन ट्विटर पर ट्रेंड करना शुरू होने से पहले नहीं. चीन के सोशल मीडिया पर तख्तापलट की अफवाहों का कोई विशेष जिक्र नहीं था, लेकिन वीकेंड में 200,000 से अधिक लोगों ने देशभर के हवाईअड्डों से उड़ानें रद्द होने संबंधित एक वीबो हैशटैग देखा.

SCO सम्मेलन में दिखे थे शी

वहीं एक एक्सपर्ट आदिल बरार का मानना है कि हो सकता है कि चीन में कोविड प्रोटोकॉल को सख्त बना दिया गया हो और इस बात की ज्यादा पॉसिबिलिटी है कि जीरो कोविड पॉलिसी के तहत शी जिनपिंग शायद क्वारंटाइन हों. जीरो कोविड पॉलिसी के तहत किसी भी बाहरी से आने वाले शख्स को क्वारंटाइन में जाना ही पड़ता है. गौरतलब है कि पिछली बार शी जिनपिंग को सार्वजनिक तौर पर उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में देखा गया था. इस शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी भाग लिया था.

(इनपुटृ- IANS)

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

 

Trending news