Pakistan News: पूर्व पीएम ने शहबाज शरीफ ने लंदन में यह घोषणा की कि उनके बड़े भाई 21 अक्टूबर को ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटेंगे और आगामी चुनाव में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के राजनीतिक अभियान का नेतृत्व करेंगे.
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Pakistan Politics: पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ अगले महीने अपने देश लौटने वाले हैं. इस बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या स्वदेश वापसी पर उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी. पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम अनवार-उल-हक काकड़ ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम को गिरफ्तार करने या न करने के बारे में फैसला कानून प्रवर्तन एजेंसियां करेंगी.
पीटीआई भाषा के मुताबिक बुधवार को समा टीवी पर एक इंटरव्यू के दौरान काकड़ ने यह टिप्पणी की. उनसे शरीफ (73) के पाकिस्तान लौटने पर उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने के बारे में पूछा गया था.
बता दें फरवरी 2020 में नवाज को भगोड़ा घोषित किया गया था. उसी साल जवाबदेही अदालत ने उन्हें को तोशाखाना वाहन मामले में भी भगोड़ा घोषित किया था.
'कानून के आलोक में काम करेंगे एजेंसियां'
इंटरव्यू के दौरान जब काकड़ से पूछ गया कि क्या पाकिस्तान वापस आने पर नवाज को गिरफ्तार किया जाएगा, तो काकड़ ने कहा, ‘कानून प्रवर्तन एजेंसियां कानून के आलोक में इस मामले में फैसला करेंगी. अगर उन्हें लगता है कि उन्हें (नवाज को) गिरफ्तार किया जाना चाहिए तो वे करेंगे और अगर नहीं लगता तो नहीं करेंगे.”
बता दें नवाज 2019 से लंदन में रह रहे हैं और उनकी पाकिस्तान वापसी के पहले भी कई बार दावे किए गए लेकिन साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया. हालांकि नवाज शरीफ के छोटे भाई और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को उनके पाकिस्तान आने की तारीख का ऐलान कर दिया.
21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटेंगे नवाज
शहबाज ने लंदन में यह घोषणा की कि उनके बड़े भाई 21 अक्टूबर को ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटेंगे और आगामी चुनाव में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के राजनीतिक अभियान का नेतृत्व करेंगे. उन्होंन यह भी कहा कि पार्टी संस्थापक की वापसी पर भव्य स्वागत किया जाएगा. उन्होंने लंदन में नवाज की अध्यक्षता में पीएमएल-एन के शीर्ष नेतृत्व की बैठक के बाद यह ऐलान किया.
नवाज को 2018 में अल-अजीजिया मिल्स और एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामलों में दोषी ठहराया गया था. वर्ष 2019 में ‘चिकित्सा के आधार’ पर लंदन जाने की अनुमति दिए जान से पहले वह सात साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रहे.
(न्यूज एजेंसी- भाषा के इनपुट के साथ)