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कभी PF पर सरकार देती थी छप्‍परफाड़ ब्‍याज... अभी तक उसके ल‍िए तरसता है सैलरीड क्‍लास

EPFO Interest Rate: सरकार की तरफ से प‍िछले 15 द‍िन में इनकम टैक्‍स से राहत के बाद रेपो रेट में कटौती करके म‍िड‍िल क्‍लास को बड़ी राहत दी गई है. रेपो रेट में कटौती के बाद कई बैंकों ने होम लोन की ब्‍याज दर को कम कर द‍िया है, ज‍िसका फायदा लोगों को ईएमआई कम होने के तौर पर म‍िल रहा है.

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कुछ मीड‍िया र‍िपोर्ट में दावा क‍िया गया है क‍ि ईपीएफओ (EPFO) 2024-25 के लिए पीएफ (PF) जमा पर ब्‍याज दर 8% से ऊपर रख सकता है. सूत्रों का दावा है क‍ि यह पिछले साल वाले ही स्‍तर 8.25% पर बनी रह सकती है. इसको लेकर EPFO की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक 28 फरवरी को होनी है. इसी मीट‍िंग में इस पर फैसला होना है.

 

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प‍िछले कई सालों से EPFO पर ब्‍याज दर 8 प्रत‍िश के आसपास ही चल रही है. साल 2022-23 में ईपीएफओ में जमा राश‍ि पर 8.15 प्रत‍िशत का ब्‍याज द‍िया गया था. इस बार EPFO की तरफ से ब्‍याज को लेकर क्‍या ऐलान क‍िया जाता है. यह तो आने वाले समय में साफ होगा. लेक‍िन क्‍या आपको पता है सरकार की तरफ से अब तक इस पर सबसे ज्‍यादा ब्‍याज क‍िस साल में द‍िया गया?

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आपको बता दें EPFO की तरफ से सबसे ज्‍यादा ब्‍याज साल 1992-93 के दौरान द‍िया गया. इस साल ईपीएफओ अकाउंट पर 12 प्रत‍िशत सालाना की दर से ब्‍याज का भुगतान क‍िया गया. हालांक‍ि इसके बाद धीरे-धीरे यह घटकर 2002-03 में 9.50 प्रत‍िशत हो गया. इससे पहले साल 1982-83 में ब्‍याज की दर 8.75 प्रत‍िशत की थी.

 

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आजादी के बाद साल 1952-53 के दौरान ईपीएफओ की ब्‍याज दर सबसे कम यानी 3 प्रत‍िशत सालाना था. इसके बाद इसमें धीरे-धीरे इजाफा क‍िया गया और यह 10 साल में बढ़कर साल 1962-63 में 3.75 प्रत‍िशत पर  पहुंच गई. इसके बाद 1972-73 ब्‍याज दर बढ़कर 6 प्रति‍शत पर पहुंच गई.

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आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार EPFO ने 2024-25 में अब तक 50.8 मिलियन (5.08 करोड़) क्लेम का सेटलमेंट किया है, जिनकी कुल राशि 2.05 लाख करोड़ रुपये है. यह आंकड़ा 2023-24 के 44.5 मिलियन (4.45 करोड़) क्लेम और 1.82 लाख करोड़ रुपये सेटलमेंट की तुलना में अधिक है.

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पिछले साल EPFO ने प्रोविडेंट फंड पर 8.25% ब्याज देने का ऐलान किया था. जो 2022-23 के 8.15% से अधिक थी. तब EPFO की कुल आय 1,07,000 करोड़ रुपये थी, जबकि 2022-23 में यह 91,151.66 करोड़ रुपये रही. EPFO की तरफ से हर साल अपनी सिफारिश वित्त मंत्रालय को भेजी जाती है. जिसके अनुमोदन के बाद इसे औपचारिक रूप से अधिसूचित किया जाता है. इसके बाद यह ब्‍याज पीएफ खाताधारकों के खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता है. (सभी फोटो-Grok)

 

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