US Blair House: अमेरिका का ब्लेयर हाउस व्हाइट हाउस से कई ज्यादा खूबसूरत बताया जाता है. पीएम मोदी अपने दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर ब्लेयर हाउस में ठहरने वाले हैं. ये घर व्हाइट हाउस के ठीक सामने स्थित है.
ब्लेयर हाउस को अमेरिका में राष्ट्रपति का गेस्ट हाउस कहा जाता है. यहां पर शपथग्रहण से इलेक्ट किए गए राष्ट्रपति कुछ समय के लिए ठहरते हैं. इसके अलावा व्हाइट हाउस विजिट कर रहे दूसरे देश से आए मंत्री भी ब्लेयर हाउस में रुकते हैं.
ब्लेयर हाउस फाउंडेशन के मुताबिक इस घर का रखरखाव अमेरिकी विदेश विभाग के प्रोटोकॉल प्रमुख कार्यालय और जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से किया जाता है, लेकिन राष्ट्रपति ही मेहमानों को वहां रहने का न्यौता देते हैं. ब्लेयर हाउस में 119 कमरे हैं.
ब्लेयर हाउस व्हाइट हाउस परिसर के ठीक सामने स्थित है. इसे व्हाइट हाइस से भी ज्यादा आलीशान माना जाता है. यह लगभग 2 सदियों से अमेरिका की राजनीति, सांस्कृतिक इतिहास और कूटनीतियों का गवाह रहा है. साल 1824 में अमेरिकी सेना के 8वें सर्जन जनरल जोसेफ लोवल ने अपने प्राइवेट होम के तौर पर किया था.
साल 1836 में ब्लेयर हाउस को अमेरिकी राष्ट्रपति एड्रयू जैक्सन ने के सलाहकार फ्रेंसिस ब्लेयर ने कहा था. तभी को ब्लेयर हाउस को यह नाम मिला है. साल 1942 में इसे अमेरिकी सरकार ने खरीदा था इसके बाद से ही यह जगह अमेरिकी राजनीति का एक हिस्सा है.
ब्लेयर हाउस 4 मंजिलों वाली ऊंची इमारत है. देखा जाए तो बिल्डिंग एरिया के मामले में यह व्हाइट हाउस से भी काफी बड़ा है. इसमें 14 गेस्ट हाउस हैं, जिनमें हर तरह की सुख सुविधा मौजूद है. यहां 35 बाथरूम बने हैं.
ब्लेयर हाउस के अंदर की खूबसूरत पेंटिंग, झूमर और साज-सज्जा का सामान है. यहा पर भी अलग से स्पेशल शेफ रखे जाते हैं. ब्लेयर हाउस की सजावट और देख-रेख सरकारी फंड से की जाती है.
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