ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आगाज में कुछ ही घंटो का समय बाकी है. पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान मेगा टूर्नामेंट के लिए गदगद नजर आए. उन्होंने ने मंगलवार को अपनी टीम से चैंपियंस ट्रॉफी में वही जज्बा दिखाने को कहा जो 10 साल की अवधि के दौरान दिखाया था जब किसी भी टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था.
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ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आगाज में कुछ ही घंटो का समय बाकी है. पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान मेगा टूर्नामेंट के लिए गदगद नजर आए. उन्होंने ने मंगलवार को अपनी टीम से चैंपियंस ट्रॉफी में वही जज्बा दिखाने को कहा जो 10 साल की अवधि के दौरान दिखाया था जब किसी भी टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था. जिसकी वजह वो आतंकवादी हमला था जो मार्च 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुआ था.
कैसे खत्म हुआ 10 साल का वनवास?
इस दशक की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी शीर्ष टीमों ने पाकिस्तान का दौरा करना शुरू किया. इस बीच पाकिस्तान ने 2015 में जिंबाब्वे की मेजबानी की. फिर फाफ डु प्लेसिस के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका की की टीम ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए तीन मैच की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान टूर किया. इन 10 सालों के बीच पाकिस्तान टीम ने खूब संघर्ष किया और घरेलू मैच भी टूर पर खेले.
क्या बोले मोहम्मद रिजवान?
पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सभी को चैंपियन्स ट्रॉफी का आनंद लेना चाहिए क्योंकि लंबे समय के बाद हम पाकिस्तान में इतनी बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं. 10 साल अपने घरेलू मैच कहीं और खेलने के बाद. अगर आप देखें तो उन 10 वर्षों में भी जब हमने संघर्ष किया तब पाकिस्तान क्रिकेट ने अच्छा प्रदर्शन किया और टेस्ट में नंबर एक टीम बनने और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने सहित कई बड़े मैच जीते. मुझे उम्मीद है कि हम इस टूर्नामेंट में भी वही कर पाएंगे.
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100 प्रतिशत देगी पाकिस्तान टीम
रिजवान ने आगे कहा, 'यह कहना मुश्किल है कि हम किसी खास दिन कैसा प्रदर्शन करेंगे क्योंकि मैच जीतने के लिए हमारे लिए अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर खेलना महत्वपूर्ण है. लेकिन हां, सीनियर होने के नाते हम सभी को आगे बढ़कर नेतृत्व करने की जरूरत है. मुझे लगता है कि दबाव में मैच जीतने के लिए हमारे पास एक या दो प्रतिशत की कमी है क्योंकि दुर्भाग्य से हम दबाव में टूट जाते हैं और करीबी मैच हार जाते हैं जैसा कि हमने हाल के मुकाबलों में देखा है.'