Mukesh Kumar: सिराज या आवेश नहीं, ये गेंदबाज बनेगा टीम इंडिया का 'जूनियर शमी'; अश्विन ने बताया नाम
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Mukesh Kumar: सिराज या आवेश नहीं, ये गेंदबाज बनेगा टीम इंडिया का 'जूनियर शमी'; अश्विन ने बताया नाम

Ravichandran Ashwin: टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. अब भारत के बेहतरीन स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने एक युवा गेंदबाज को 'जूनियर शमी' बता दिया है.

Mukesh Kumar: सिराज या आवेश नहीं, ये गेंदबाज बनेगा टीम इंडिया का 'जूनियर शमी'; अश्विन ने बताया नाम

Mukesh Kumar could be Junior Shami: टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. इसका पहला मैच टीम इंडिया ने दो विकेट से अपने नाम किया है. वहीं, दूसरा मैच तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड स्टेडियम में 26 नवंबर को होगा. इस स्क्वॉड में वर्ल्ड कप का हिस्सा रहे ज्यादातर खिलाड़ियों को रेस्ट दिया गया है. मोहम्मद शमी भी फिलहाल रेस्ट पर हैं. इस बीच टीम इंडिया के बेहतरीन ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि एक युवा पेसर 'जूनियर शमी' बन सकता है. ये पेसर सिराज नहीं, बल्कि मौजूदा टी20 सीरीज में खेल रहा एक खिलाड़ी है.

ये गेंदबाज बनेगा 'जूनियर शमी'

भारत के स्पिनर आर अश्विन का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में अपनी नियंत्रित गेंदबाजी से सबको प्रभावित करने वाले पेसर मुकेश कुमार अगले मोहम्मद शमी बन सकते हैं. अपने यू ट्यूब पर अश्विन ने कहा, 'मैंने शुरू में सोचा था कि मोहम्मद सिराज जूनियर शमी बनेंगे, लेकिन अब मुझे लगता है कि यह मुकेश कुमार हो सकते हैं. शमी को 'लाला' कहा जाता है. अभिनेता मोहनलाल को ट्रिब्यूट के रूप में 'लालेटन' कहा जाता है. मैं शमी को लालेटन कहता हूं.'

अश्विन ने इसका कारण भी बताया

मुकेश कुमार के 'जूनियर शमी' बनने के पीछे अश्विन ने कारण भी बताया. उन्होंने कहा, 'मुकेश कुमार के बिलकुल शमी की तरह ही हैं. समान बिल्ड, समान हाइट, रिस्ट पोजीशन भी बिल्कुल उनके जैसी. उनके पास गेंद को पकड़ने और शानदार बैक-स्पिन की कला है. उनका गेंद डालते वक्त एकदम सीधा हाथ रहते है, जोकि अच्छा है. उन्होंने वेस्टइंडीज सीरीज में वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की थी और बारबाडोस में अभ्यास खेल में शानदार प्रदर्शन किया था.'

ऐसे मिला था टैलेंट हंट में मौका

अश्विन ने उनकी छोटी सी कहानी भी बताई कि कैसे उन्हें  टैलेंट हंट में मौका मिला था. अश्विन ने बताया, 'उसकी कहानी बहुत बढ़िया है. एक बहुत ही अच्छे व्यवहार वाला लड़का, जब गांगुली ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल की कमान संभाली, तो उन्होंने एक टैलेंट हंट आयोजित किया था. उन्होंने उस टैलेंट हंट कार्यक्रम के लिए वकार यूनिस, वीवीएस लक्ष्मण और मुथैया मुरलीधरन को बुलाया था. काम की तलाश में कोलकाता गए मुकेश कुमार जादवपुर विश्वविद्यालय में उस टैलेंट हंट में शामिल हो गए.'

नाम आया तो मौजूद नहीं थे

अश्विन ने आगे बताया, 'जब टैलेंट हंट में उनका नाम अनाउंस किया गया, तो वह वहां मौजूद नहीं था. उन्हें गेंदबाजी करने जाना था, लेकिन वो उस वक्त टॉयलेट गया हुआ था! जरा सोचिए, आप वकार यूनिस के सामने गेंदबाजी करने जा रहे हैं और आप टॉयलेट में थे. उन्होंने मुकेश का नाम लिया था, लेकिन वह वहां नहीं था! वह लौटा, 30 मिनट तक इंतजार किया और बताया कि उनका नाम नहीं लिया गया है.'

वकार यूनिस ने चमका दी किस्मत 

मुकेश कुमार की किस्मत तब वकार यूनिस वहां से जाने ही वाले थे, लेकिन मुकेश से कुछ गेंदें फेंकने को कहा. अश्विन ने बताया, 'वकार यूनिस(जो जाने ही वाले थे) ने उनसे कुछ गेंदें फेंकने के लिए कहा. उन दो गेंदों ने उनकी जिंदगी बदल दी और अब वह भारत के लिए गेंदबाजी कर रहे हैं.' अश्विन ने आगे बताया, 'वकार ने कहा कि यह लड़का प्रतिभाशाली है और बहुत आगे तक जाएगा. इसके बाद उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलने भेजा गया, जहां डब्लू वी रमन कोच थे, जिन्होंने मुकेश को प्रोत्साहित किया.

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