South Korea Jeju Air Tragedy: दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर बीते साल 29 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हुए जेजू एयर विमान में 179 यात्रियों की मौत हो गई थी. अब एक महीने बाद इस हादसे की असली वजह सामने आ गई है. आइए जानते हैं इस हादसे को लेकर अफसरों ने अपनी रिपोर्ट में क्या बताया है.
Trending Photos
South Korea Plane Crash: बीते साल 29 दिसंबर को दक्षिण कोरिया में हुए दर्दनाक विमान हादसे की असली वजह सामने आ गई है. हादसे की जांच कर रहे अफसरों ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हवाई जहाज के इंजन से पक्षी टकराने के कारण ये हादसा पेश आया था. सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि पक्षी के टकराने के ठोस सबूत मिले हैं. विमान के दोनों इंजन में पक्षी के पंख और खून के निशान हैं.
दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हुए जेजू एयर विमान में सवार 181 यात्रियों में से 179 की मौत हो गई थी. विमान बोइंग 737-800 बैंकॉक से लौट रहा था, लेकिन लैंडिंग करते वक्त विमान क्रैश हो गया. इस घटना में दो थाई और बाकी दक्षिण कोरियाई नागरिकों यात्रियों की मौत हुई थी.
दक्षिण कोरिया के विमानन और रेलवे दुर्घटना जांच बोर्ड ने हादसे को लेकर सोमवार को जारी रिपोर्ट में दोनों इंजनों में पंख और पक्षी के खून के धब्बे के निशान की पुष्टि की है. डीएनए परीक्षण से पता से चला है कि पंख और खून के धब्बे प्रवासी बत्तख की एक प्रजाति बैकाल टील्स के रूप में हुई.
जांच में पाया गया कि विमान के ब्लैक बॉक्स-फ़्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर-ने दुर्घटना से चार मिनट पहले रिकॉर्डिंग बंद कर दी थी, जिससे सटीक कारण का पता करना बहुत ही मुश्किल हो गया था. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि हवाई यातायात नियंत्रकों ने हादसे से कुछ मिनट पहले विमान को पक्षी के टकराने के जोखिम के बारे में चेतावनी दी थी.
मुआन हवाई अड्डे को बंद करने की योजना
हादसे के बाद दक्षिण कोरिया ने घोषणा की थी कि जिस दीवार से विमान टकराया था, उसे हटाया जाएगा. दरअसल, मुआन हवाई अड्डे के कुछ एक्सपर्ट्स ने बताया था कि दीवार पर विमान को उतरने के लिए दिशा देने वाले एंटीना लगे हैं, जिसने हादसे को और गंभीर बना दिया. इसे लेकर सरकार की काफी आलोचनाएं हुई थी. अब दक्षिण कोरियाई सरकार ने अप्रैल के मध्य तक मुआन हवाई अड्डे को बंद रखने की योजना बनाई है.
विशेष संगठनों को भेजे गए नमूने
परिवहन मंत्रालय ने इंजन से मिले पंख और खूब के धब्बे के नमूने विशेष संगठनों को भेजे हैं, जिसमें फ्रांसीसी निर्मित इंजनों को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ( International Civil Aviation Organization ) के साथ-साथ अमेरिका, थाईलैंड और फ्रांस के विमानन अधिकारी शामिल हैं.