Earthqauke In Syria: 7.9 तीव्रता के भूकंप (Earthquake) ने सीरिया (Syria) और तुर्की (Turkey) में तबाही मचा दी है. भूकंप इतना भयानक था कि इस झटके यूरोप में ग्रीस और मिडिल ईस्ट में लेबनान-सीरिया तक महसूस किए गए. सीरिया और तुर्की में इस भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. दोनों देशों में भूकंप की वजह से 568 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. प्रभावित क्षेत्रों में भयावह मंजर दिख रहा है. कई इमारतें यहां गिर गई हैं. जो लोग बिल्डिंग के मलबे में दबे हुए हैं, उनको निकाले जाने का काम जारी है. रेस्क्यू टीमें मौके पर मौजूद हैं. घायलों को मेडिकल मदद जी जा रही है. भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में कहीं बिल्डिंग गिरी दिख रही हैं तो कहीं गाड़ियां मलबे के कारण चकनाचूर हो गई हैं. आइए तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद के मंजर को तस्वीरें में देखते हैं.
बता दें कि सोमवार तड़के दक्षिण-पूर्वी तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता का भूकंप आ गया. इसके कारण कई इमारतें ढह गईं. जानकारी के मुताबिक, सीरिया और तुर्की में भूकंप के कारण 568 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है. 900 से ज्यादा घायलों का इलाज किया जा रहा है. मृतक की संख्या और बढ़ने की आशंका है.
तुर्की और सीरिया में भूकंप से प्रभावित इलाकों में इमारतों के अंदर फंसे लोग मदद की गुहार लगाते नजर आए हैं. इस भूकंप का केंद्र तुर्की-सीरिया की सीमा से लगभग 90 किलोमीटर दूर तुर्की के गजियांटेप शहर के नॉर्थ में था. तुर्की के राष्ट्रपति तैयब एर्दोआन ने ट्वीट कर कहा कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में सर्च और रेस्क्यू टीम का ऑपरेशन जारी है. हमें आशा है कि कम से कम जानमाल के नुकसान के साथ इस आपदा से हम मिलकर बाहर निकलेंगे.
जान लें कि भूकंप के बाद भी करीब 6 झटके यहां महसूस किए गए है. तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने कहा है कि लोग क्षतिग्रस्त इमारतों में नहीं जाएं, सावधानी रखें. बिल्डिंग के मलबे में फंसे लोगों को निकालना हमारी प्राथमिकता है. उनको अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
तुर्की में मालात्या प्रांत के गवर्नर हुलुसी साहिन ने जानकारी दी कि कम से कम 130 इमारतें वहां ढह गई हैं. वहीं, दियारबाकिर सिटी में कम से कम 15 इमारतें गिर गई हैं. इसके अलावा उत्तर पश्चिम सीरिया में सीरियन सिविल डिफेंस ने बताया कि विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में हालात विनाशकारी हैं. कई लोग मलबे में दब हुए हैं. लोगों से खुले स्थान पर रहने के लिए कहा गया है.
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र गजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर दूर था. कई प्रांतों में इसके झटके महसूस हुए हैं. यह भूकंप ऐसे वक्त में आया है, जब वेस्टर्न एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है. इससे पहले तुर्की में साल 1999 में भयावह भूकंप आया था, तब 17,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़