Pishach Yoga 2023 शनि को कर्मों का फल देने वाले देवता के रूप में जाता जाता है. शनि के आशीर्वाद से जातक तेजी से प्रगति करता है. हालांकि, शनि की प्रतिकूल दृष्टि जीवन में कठिनाईयों का कारण बनती है. आज हम शनि और राहु की युति से बनने वाले बेहद विनाशकारी पिशाच योग की बात कर रहे हैं.
पिशाच योग क्या है?
शनि और राहु के संयोजन के परिणामस्वरूप पिशाच योग का निर्माण होता है. अपने नाम की प्रकृति के कारण यह योग अत्यंत विनाशकारी और अशुभ माना जाता है. इसके कारण जातक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह योग किसी के भी जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है.
ज्योतिष में राहु ग्रह का महत्व
राहु को छाया ग्रह कहा जाता है और इसे एक पापी ग्रह माना जाता है. इसके अतिरिक्त राहु को धोखेबाज ग्रह के रूप में देखा जाता है. यह सदैव पीछे की ओर अर्थात वक्री स्थिति में चलता है. राहु की महादशा का प्रभाव जातक के जीवन में 18 वर्ष तक रहता है. राहु की कमजोर स्थिति के कारण आपको जीवन भर कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
पिशाच योग के प्रभाव से बचने के अचूक उपाय
पिशाच योग के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए गाय का दान करना चाहिए.
इसके अलावा रोज शनि और राहु बीज मंत्र का जाप करना भी लाभकारी माना जाता है.
अंधे व्यक्ति को भोजन कराने से पिशाच योग का नकारात्मक प्रभाव कम होता है.
महामृत्युंजय मंत्र का प्रतिदिन जाप और हनुमान चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी होता है.
पिशाच योग को कम करने के लिए आप उड़द की दाल, लोहा, काले रंग के कपड़े और जूते दान कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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