नई दिल्ली: Rajasthan BJP: भाजपा ने राजस्थान में भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता यानी मुख्यमंत्री चुना है. आज भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है. शपथ ग्रहण समारोह में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे. राजस्थान में 33 साल बाद एक ब्राह्मण चेहरा मुख्यमंत्री बना है. आखिरी बार साल 1990 में कांग्रेस ने ब्राह्मण चेहरे के रूप में हरदेव जोशी को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके बाद OBC और राजपूत चेहरे ही सीएम बने. हालांकि, भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद चर्चा उठने लगी है कि भाजपा प्रदेश में अपना मुखिया यानी प्रदेश अध्यक्ष बदल सकती है.
क्यों हो रही प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा
दरअसल, भाजपा ने प्रदेश में भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया है. भजनलाल जाति से ब्राह्मण हैं. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी ब्राह्मण जाति के सीपी जोशी हैं. ऐसे में दो शीर्षस्थ पदों पर पार्टी ने एक ही जाति के लोग बैठा दिए हैं. जातिगत समीकरण को साधने के लिए पार्टी अन्य किसी को कमान सौंप सकती है. माना जा रहा है कि पार्टी ब्राह्मण चेहरे को हटाकर अन्य किसी को यह अहम पद सौंप सकती है.
लोकसभा तक बदलने के आसार नहीं
पार्टी ने राजस्थान में सीपी जोशी के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन किया है. 199 में से 115 सीटें पाकर पूर्ण बहुमत वाली सरकार भी बनाई है. लिहाजा, जोशी का परफॉर्मेंस अच्छा रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव भी पार्टी राजस्थान में जोशी के ही नेतृत्व में ही लड़ेगी. इसके बाद भाजपा जीती तो उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में एडजस्ट किया जा सकता है.
OBC या ST वर्ग से बन सकता है प्रदेश अध्यक्ष
पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे को सीएम बनाकर पहले ही एक जाति को साध लिया है. दीया कुमारी को डिप्टी सीएम बनाकर राजपूतों वोट बैंक को खुश कर दिया है. प्रेमचंद बैरवा को भी डिप्टी सीएम बनाकर पार्टी ने SC को सत्ता में हिस्सा दे दिया है. ऐसे में किसी OBC या ST के चेहरे को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी सौंप सकती है.
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