भारत को प्राथमिकता दे रहा अमेरिका! मोदी-ट्रंप की मीटिंग से चीन को कैसा मैसेज? पढ़ें- ये रिपोर्ट

America-India Relation News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 13 फरवरी को होने वाली अमेरिका यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Feb 12, 2025, 06:02 PM IST
भारत को प्राथमिकता दे रहा अमेरिका! मोदी-ट्रंप की मीटिंग से चीन को कैसा मैसेज? पढ़ें- ये रिपोर्ट

Narendra Modi to meet Donald Trump: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्धारित अमेरिकी यात्रा से पहले, व्हाइट हाउस की पूर्व अधिकारी लिसा कर्टिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है. पीटीआई के अनुसार, व्हाइट हाउस की एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि अमेरिका मानता है कि भारत में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बदलने की क्षमता है और चीन के साथ प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने के मामले में वह एक 'महत्वपूर्ण साझेदार' है.

पीएम मोदी की यात्रा की पूर्व संध्या पर वाशिंगटन डीसी स्थित थिंक टैंक द सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी (CNAS) द्वारा मंगलवार को आयोजित एक ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में कर्टिस ने कहा, 'स्पष्ट रूप से, ट्रंप प्रशासन भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है.'

लिसा कर्टिस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले प्रशासन में 2017 और 2021 के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में दक्षिण और मध्य एशिया के लिए वरिष्ठ निदेशक के रूप में कार्य किया है.

एजेंसी के हवाले से थिंक टैंक में इंडो-पैसिफिक सिक्योरिटी प्रोग्राम की सीनियर फेलो और निदेशक कर्टिस ने कहा, 'वे मानते हैं कि भारत एक महत्वपूर्ण उभरती वैश्विक शक्ति है और वास्तव में हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनिया को बदलने की क्षमता रखता है.'

QUAD समूह जिसका भारत और अमेरिका हिस्सा हैं. इसके बारे में कर्टिस ने कहा कि यह ग्रुप 'ट्रंप प्रशासन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.' उन्होंने कहा, 'हम पहले ही क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक देख चुके हैं, जो ट्रंप प्रशासन के पहले दिन ही हुई थी. इसलिए यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन भारत और क्वाड में उसकी भूमिका को कितना महत्व देता है.'

दुनिया के पास भारत ऑप्शन
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि दुनिया के पास चीन से परे विकल्प हैं, भारत और अमेरिका के लिए मिलकर काम करना आवश्यक है.

वहीं, मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत तालमेल संभवतः उनकी बैठक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. दोनों नेताओं ने चीन और कट्टरपंथी इस्लाम को अस्तित्व के लिए खतरा माना है और दोनों ही अपनी मजबूत नेतृत्व शैली और आर्थिक राष्ट्रवाद के लिए जाने जाते हैं.

बता दें कि अमेरिकी नेता के अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद के हफ्तों में पीएम मोदी ट्रंप से मिलने वाले चौथे विदेशी नेता होंगे. व्हाइट हाउस में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के एक महीने से भी कम समय में उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय की मेजबानी की है.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़