Gaza: नेत्जारिम कॉरिडोर एक ऐसा क्षेत्र है जो पिछले 15 महीनों में इजरायली सेना के लिए एक प्रमुख बेस में बदल गया था. यह अब पूरी तरह से तबाह हो चुका है, यहां कोई इमारत नहीं बची है. इजरायली सेना ने ज्यादातर कृषि भूमि को बुलडोजर से गिराकर नष्ट कर दिया है.
Trending Photos
Gaza: इजरायली सैनिकों ने नेत्जारिम कॉरिडोर से वापसी कर ली है. सैकड़ों फिलिस्तीनी कारों, गद्दों और अन्य सामानों से लदे ठेलों में सवार होकर उत्तरी गाजा की ओर लौटने लगे हैं. इजरायली सेना की वापसी पिछले महीने इजरायल और हमास के बीच हुए सीजफायर समझौते के पहले चरण के तहत हुई है.
नेत्जारिम कॉरिडोर एक ऐसा सैन्य है जो गाजा पट्टी के उत्तरी भाग को दक्षिणी भाग से अलग करता है. गाजा सीजफायर समझौते के मुताबिक, वापसी की समय सीमा 9 फरवरी थी. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने गाजा पर अपने युद्ध की शुरुआत में इस गलियारे का निर्माण किया था. यह एक बंद सैन्य क्षेत्र है जो इजरायल की गाजा सीमा से भूमध्य सागर तक फैला हुआ है और लगभग 6 किमी (3.7 मील) चौड़ा है. यह गलियारा इजरायली सेना का रणनीतिक कदम था, जिससे उसे पहुंच, नियंत्रण और निगरानी मिल गई.
रविवार को हमास के एक अधिकारी ने सलाह अल-दीन स्ट्रीट का जिक्र करते हुए कहा, "इजरायली बलों ने अपने ठिकानों और सैन्य चौकियों को ध्वस्त कर दिया है और सलाहेद्दीन रोड पर नेत्जारिम कॉरिडोर से अपने टैंकों को पूरी तरह से हटा लिया है, जिससे वाहनों को दोनों दिशाओं में स्वतंत्र रूप से गुजरने की इजाजत मिल गई है."
कब हटे इजरायली फौज
कॉरिडोर से इजरायली सैनिकों की पूरी वापसी हमास और इजरायल के बीच पांचवें बंदी-कैदी अदला-बदली के एक दिन बाद हुई. शनिवार को फिलिस्तीनी समूह ने इजरायली जेलों में बंद 183 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में तीन इजरायली बंदियों को रिहा किया. हमास के मुताबिक कॉरिडोर से इजरायल की पूरी वापसी 'फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ विनाश के युद्ध के लक्ष्यों की विफलता की निरंतरता' का संकेत देती है.
15 महीनों से बंद था नेत्जारिम कॉरिडोर
नेत्जारिम कॉरिडोर एक ऐसा क्षेत्र है जो पिछले 15 महीनों में इजरायली सेना के लिए एक प्रमुख बेस में बदल गया था. यह अब पूरी तरह से तबाह हो चुका है, यहां कोई इमारत नहीं बची है. इजरायली सेना ने ज्यादातर कृषि भूमि को बुलडोजर से गिराकर नष्ट कर दिया है. इस गलियारे का नाम नेत्जारिम के नाम पर रखा गया है, जो 2005 में गाजा में बंद की गई आखिरी इजरायली बस्ती थी, जिसे तत्कालीन इजरायली प्रधानमंत्री एरियल शेरोन ने गाजा से इजरायली वापसी की योजना के तहत बंद किया था.