MP Rakibul Husain: असम में सांसद भी नहीं सेफ; MP रकीबुल हुसैन और उनके सुरक्षा गार्ड पर भीड़ का हमला!
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MP Rakibul Husain: असम में सांसद भी नहीं सेफ; MP रकीबुल हुसैन और उनके सुरक्षा गार्ड पर भीड़ का हमला!

Attack on  MP Rakibul Husain: असम के धुबरी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद और समागुरी विधानसभा सीट से पांच पांच के पूर्व विधायक रकीबुल हुसैन पर गुरुवार को एक सभा में हिस्सा लेने जाते वक़्त नकाबपोश लोगों की भीड़ ने नागांव जिले में हमला कर दिया, जिसमें सांसद और उनके सुरक्षा गार्ड घायल हो गए. सीएम ने उन्हें और सुरक्षा का आश्वासन दिया. 

सांसद रकीबुल हुसैन पर हमला करती हुई भीड़

गुवाहाटी:  असम के धुबरी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन और उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) पर गुरुवार को असम के नागांव जिले में भीड़ ने हमला कर दिया, जिसमें सांसद ज़ख़्मी और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी ज़ख़्मी हो गए.  

एक पुलिस अफसर ने बताया कि सांसद हुसैन जब रूपोही पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले गुनोमारी गांव में एक पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए दोपहिया वाहन से जा रहे थे, तभी  उन पर क्रिकेट के बल्ले से लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया. हमलावर अपने चेहरे को काले कपड़े से ढके हुए थे और सांसद के खिलाफ नारे लगा रहे थे. सांसद के निजी सुरक्षा अधिकारियों ने फायरिंग कर सांसद को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उन पर भी हमला कर दिया. अतिरिक्त पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को तितर-बितर किया, और सांसद को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया. इस हमले के बाद राज्य कांग्रेस ने हमले में शामिल लोगों की फ़ौरन गिरफ्तारी की मांग की है. वहीँ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ऐलान किया है कि विपक्षी नेता के जिले में रहने के दौरान उनकी सुरक्षा और बढ़ा दी जाएगी. हमले के बाद पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. 

स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है: डीजीपी हरमीत सिंह
हमले के बाद असम के डीजीपी हरमीत सिंह ने कहा, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, और संबंधित एसपी इस घटना की जांच कर रहे हैं. सांसद को कोई गंभीर चोट नहीं आई है, लेकिन उनके दो पीएसओ को मामूली चोटें आई हैं. उन्हें ज़रूरी उपचार दिया जा रहा है."

पीएसओ की गोलीबारी से भड़का मामला  
सांसद पर हुए हमले के बाद विधानसभा में बयान देते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा, "भीड़ ने सांसद हुसैन को गांव जाने से रोकने की कोशिश की, तभी उनके पीएसओ ने गोलीबारी कर दी. बाद में सांसद उस जगह पर गए, जहां उन्हें बैठक को खिताब करना था. बैठक जिला पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में हुई है. खासकर सामगुरी और रूपोहिहाट इलाकों में सांसद की सुरक्षा और बढ़ा दी जाएगी." 

पुलिस भाजपा के हाथों का हथियार बन गई है: असम प्रदेश कांग्रेस 
उधर, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के सद्र भूपेन बोरा ने हुसैन पर हमले की निंदा करते हुए इसे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मुख्यमंत्री की नाकामी बताया है, जिनके पास गृह विभाग भी है. उन्होंने कहा, "अगर पुलिस हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो यह कहना होगा कि असम में जंगल राज कायम है, और राज्य के लोग यह स्वीकार करने के लिए मजबूर होंगे कि पुलिस भाजपा के हाथों का हथियार बन गई है. बोरा ने इल्ज़ाम लगाया है कि इस सरकार के तहत कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कई ऐसे हमले हुए हैं, लेकिन अपराधियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.  कांग्रेस नेता ने 'हमले में शामिल लोगों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए, सांसद को सख्त सुरक्षा देने की मांग की है." 

पांच बार के विधायक रह चुके हैं रकीबुल हुसैन 
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने पिछले साल धुबरी लोकसभा सीट से रिकॉर्ड 10 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. उनके बेटे ने समागुरी विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव लड़ा था, जिसका प्रतिनिधित्व सांसद रकीबुल हुसैन ने पांच बार किया था, लेकिन और वह भाजपा उम्मीदवार दिप्लू रंजन सरमा से चुनावी फाइट हार गए थे. 

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