Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल में 8 साल पहले एक हिंदू युवक से शादी करने वाली मुस्लिम महिला नगमा के परिवार के खिलाफ धार्मिक नफरत और अफवाह फैलाकर उसके घर पर हमला किया गया.. पति और बच्चों समेत उसकी जान लेने की कोशिश की गयी. इस आरोप में 8 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
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संभल: उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता और नफरत का जहर किसी बुझी हुई राख में पड़े आग की तरह अंदर ही अंदर सुलग रहा है. गाय, मंदिर- मस्जिद, मुस्लिम नाम और अंतर्धार्मिक शादी जैसे हवाओं का झोंका पाते ही ये धधक उठता है. अंतर्धार्मिक शादियाँ इस आग में इंधन का काम कर रही है. १०- 15 साल पुराने अंतर्धार्मिक शादियों को भी खोज-खोजकर निकाला और जबरन उसे हवा दिया जा रहा है.
8 साल पहले इस्लाम छोड़कर नगमा से गुड़िया बनी और हिन्दू नौजवान से शादी करने वाली दो बच्चों की माँ उम्र के इस पड़ाव में आकर अजीब सी उलझन में पड़ गयी है. इस्लाम छोड़कर हिन्दू से शादी करने से मुसलमानों की नाराजगी तो आम है, लेकिन वो ये नहीं समझ नहीं पा रही है कि आखिर उसके हिन्दू बन जाने से हिन्दू क्यों नाराज हैं, जो इस्लाम छोड़कर आयी बेटियों के इस्तकबाल के लिए अपनी पलकें बिछा देते हैं. शादी के 8 साल बाद पिछले १० तारीख को अफवाह फैलाकर एक उग्र भीड़ ने गुड़िया के घर पर हमला कर दिया और उसके पति, बच्चों और उसकी जान लेने की कोशिश की.. इस हादसे के 2 हफ्ते बाद भी मुलजिमों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर पीड़ित नगमा उर्फ़ गुड़िया ने सीएम योगी और DIG से अपनी प्राण रक्षा की गुहार लगाई है.
जान लेना चाह रही थी हिंसक भीड़
संभल जिले के बनियाठेर थाना इलाके के गुमथल गांव में गुड़िया नाम की एक महिला अपने दो बच्चों और पति कमल कश्यप के साथ रहती है. गुड़िया हमेशा से गुड़िया नहीं थी..वो पहले नगमा थी, लेकिन कमल कश्यप के प्यार में पड़कर उसने पहले अपना धर्म और फिर नाम बदलकर नगमा से गुड़िया रख लिया . पिछले 8 सालों से वो हिंदू रीति-रिवाज के साथ अपने पति के साथ अपनी ज़िन्दगी गुज़ार रही है. लेकिन उसके आसपास रहने वाले नफरत के सौदागरों की उसके परिवार को नज़र लगा गई है.
गुड़िया का इलज़ाम है कि गुजिश्ता १० जनवरी को एक उग्र भीड़ ने उसके घर पर हमला कर दिया. लोग उसके घर के दरवाज़े को तोड़ रहे थे. कुछ लोग दीवार फांदकर उसके घेर के अंदर आ गए. वो सभी गुड़िया, उसके दो बच्चे और उसके पति की जान लेना चाह रहे थे. गुड़िया ने इसकी सूचना मोबाइल से पुलिस को दी. डायल ११२ पुलिसकर्मियों के पहुँचने पर हमलावर उसके घर से भाग गए. परिवार ने एक घर में पनाह लेकर बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई.
उग्र भीड़ में हिन्दू और मुसलमान दोनों थे शामिल
गुड़िया का इलज़ाम है कि भीड़ में इलाके के हिन्दू और मुसलमान दोनों थे. मुसलमानों में वो सिर्फ दो लोगों को पहचान पाई जबकि हिन्दू भीड़ में वो कई लोगों को पहचानती है. वो सभी उसकी जान लेना चाहते थे. गुड़िया का इलज़ाम है कि भीड़ के हमले से पहले ये अफवाह फैलाई गई थी कि गुड़िया का पति अवैध असलहा बेचता है. वो एक भूमाफिया है. गुड़िया ने कहा कि मेरी शादी को काफी दिन हो गए हैं लेकिन इलाके के हिन्दुओं ने मुसलमानों को ये कहकर भड़काया है कि एक मुस्लिम की लड़की हिन्दू से शादी कैसे कर सकती है? गुड़िया का इलज़ाम है कि जिन लोगों ने उसके घर पर हमला किया उन्हीं लोगों ने उसके पति को झूठे इलज़ाम में जेल भेजवा दिया है.. गुड़िया की बातों में कितनी सच्चाई है, ये तो जांच के बाद ही सामने आ पायेग.. लेकिन फिलहाल जेल में बंद और अपने पति और खुद के लिए वो साम्प्रदायिक ताकतों से अकेली ही भिड़ गयी है.. एसपी कृष्ण बिश्नोई के आदेश पर अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है..