Mirabai Chanu Biography: वेटलिफ्टर मीराबाई चानू राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता कर नया रिकॉर्ड बनाया है. इसके साथ चानू ने ग्लासगो और गोल्ड कोस्ट संस्करणों में क्रमशः रजत और स्वर्ण पदक जीतकर अपनी झोली में तीसरा राष्ट्रमंडल खेलों का पदक जोड़ा है.
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नई दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक सिल्वर पदक विजेता भारतीय भारोत्तोलक 27 वर्षीय सैखोम मीराबाई चानू ने शनिवार को बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में महिलाओं के 49 किग्रा फाइनल में 201 किग्रा की संयुक्त लिफ्ट के साथ स्वर्ण पदक जीत कर भारत के लिए स्वर्ण पदक का रास्ता खोल दिया है. इस जीत के साथ ही मीर बाई चानू ने वे लिफ्टिंग में एक नया मुकाम हासिल कर लिया है. खास बात यह है कि भारत के खाते में वेटलिफ्टिंग ओलम्पिक मेडल पूरे 21 साल के आया है. मीराबाई से पहले सिडनी ओलिंपिक 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी, और कहा कि उनकी सफलता कई भारतीयों, विशेष रूप से उभरते एथलीटों को प्रेरित करती है.
बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं मीराबाई
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 मणिपुर की राजधानी इम्फाल में हुआ था. वह एक बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं. मीराबाई चानू के पिता साइखोम कृति पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के कर्मचारी है, जबकि मां साइखोम ओंगबी टोंबी लेइमा एक दुकान चलाती हैं. मीरा बाई चानू के एक भाई और एक बहन भी है. मीराबाई चानू की वेटलिफ्टिंग कोच कुंजारानी देवी खुद भी वेटलिफ्टिंग की एक भारतीय खिलाड़ी रह चुकी हैं.
मीराबाई चानू के नाम अब तक हासिल मेडल
मीराबाई को 2014 के ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सफलता मिली थी. उस वक्त मीराबाई चानू ने रजत पदक हासिल करने के लिए कुल 170 किलोग्राम का भार उठाया था. साल 2018 में गोल्ड कोस्ट खेलों में मीरा बाई चानू ने वर्ण पदक जीता था. मीराबाई चानू ने साल 2021 में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. मीराबाई चानू के करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन टोक्यो 2020 ओलंपिक में रहा, जिसमें उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था.
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