Iran america News: कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम ईरान और अमेरिका के बीच समझौता करा सकते हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें
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Iran america News: हमास और इजरायल के बीच 15 महीने से चल रही युद्ध को कतर और यूएई ने एक समझौता के तहत रुकवा दिया है. इसके बाद तुर्की, ईरान और अमेरिका के बीच समझौता कराने के लिए तैयार है. माडिया से बात करते हए, कतर की विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है. कतर के प्रधानमंत्री के नजदीकी माजीद अल-नसारी ने भी इस बात को दोहराया ने फॉक्स न्यूज को बताया कि हम ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी ईरान और अमेरिका के बीच समझौता कराने पर काम कर रहे थें.
उन्होंने कहा कि हमें लगता है हम अब भी दोनो देशो के बीच समझौते में अहम रोल अदा कर सकते है. साथ ही उन्होंने बताया कि कत्तर इस वक्त लगभग 10 अलग अलग समझौते पर काम कर रहा है. उन में से एक इजरायल और हमास का समझौता भी है.
अमेरिका का ईरान पर प्रतिबंध
गौरतलब है कि कतर ने साल 2024 में ईरान और अमरीका के बीच कैदियों की अदला बदली के लिए समझौता कराया था. अब खबर है कि कतर फिर से दोनो देशो के बीच समझौता करा सकता है. ईरान पर ट्रंप प्रशासन का हमेशा से कड़ा रूख रहा है. साल 2015 एक समझौता (जिसे ईरान जॉइंट कॉम्प्रीहेंशिव प्लान ऑफ एक्सन बलता है) हुई थी. इस मुहायदा को ईरान प्रमाणु समझौते के नाम से भी जाना जाता है. इस समझौते पर अमेरिका, ईरान, ब्रिटेन, फ्रांस चीन, रूस के साथ यूएन भी हस्ताक्षर किया था. इस मुहायदा के तहत ईरान की न्यूक्लियर प्रोग्राम पर लगाई गई पाबंदियों में नर्मी की जाएगी.
साल 2017 में ट्रंप पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थें. राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप नें ईरान के साथ 2015 में हुई न्यूक्लियर डील से अमेरिका को अलग कर लिया. साथ ही उन्होंने ईरान पर और नए प्रतिबंध लगा दिया. ट्रंप फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बन चुके हैं. उन्होंने हाल ही में कहा था कि हम ईरान पर और ज्यादा प्रेशर बनाने की कोशिश में हैं. लोगों का मानना है कि अमेरिका, ईरान पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में कत्तर के विदेश मंत्रालय के समझौता कराने वाली बयान से लोग हैरान है.
ईरान पर न्यूक्लियर बॉम बनाने का शक
ईरान में हुई इस्लामिक क्रांति के बाद से दोनो देशों की रिश्ते खराब होते चलें गएं. ईरान,अमेरिका को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है. वही अमेरिका के तरफ से ईरान पर रूस के बाद सबसे ज्यादा प्रतिबंध लगाया गया है. ईरान कई प्रमाणु रिएक्टर चला रहा है. अमेरिका इसका विरोध करता है और ईरान पर प्रमाणु बम बनाने की इल्जाम लगाता है. हालांकि ईरान हमेशा कहता है कि प्रमाणु रिएक्टर का इस्तेमाल बिजली बनाने के लिया करता है.