सीजफायर के बावजूद इजरायल ने लेबनान पर की भीषण बमबारी, जानें पूरा मामला
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सीजफायर के बावजूद इजरायल ने लेबनान पर की भीषण बमबारी, जानें पूरा मामला

Lebanon Israel War: हवाई हमलों से पहले, इजरायली विमानों ने रशाया और पश्चिमी बेका शहर के ऊपर गहन कम ऊंचाई वाली उड़ानें भरीं, जबकि पूर्वी लेबनान में हरमेल शहर और उत्तरी बेका के ऊपर अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरी.

सीजफायर के बावजूद इजरायल ने लेबनान पर की भीषण बमबारी, जानें पूरा मामला

Lebanon Israel War: लेबनान में सीजफायर लागू होने के बावजूद इज़रायल हवाई हमले कर रहा है. इस बार आईडीएफ ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के कई इलाकों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं, जिससे लेबनान को भारी नुकसान पहुंचा है. नेशनल न्यूज एजेंसी (एनएनए) ने बताया कि इजरायली युद्धक विमानों ने पूर्वी माउंटेन रेंज की ऊंचाइयों और पूर्वी लेबनान के बालबेक जिले के एक इलाके पर कई हमले किए. साथ ही, इजरायल ने गुरुवार को स्थानीय समयानुसार रात करीब 10:35 बजे दक्षिणी लेबनान में लक्ष्यों पर कई हवाई हमले भी किए. 

सिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया कि हवाई हमलों से पहले, इजरायली विमानों ने रशाया और पश्चिमी बेका शहर के ऊपर गहन कम ऊंचाई वाली उड़ानें भरीं, जबकि पूर्वी लेबनान में हरमेल शहर और उत्तरी बेका के ऊपर अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरी. रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली जेट विमानों को बेरूत और उसके उपनगरों के ऊपर भी देखा गया. ये घटनाक्रम लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह और इजरायली सेना के बीच चल रहे सीजफायर समझौते के बावजूद सामने आए हैं, जो 27 नवंबर, 2024 को प्रभावी हुआ था, और इसका उद्देश्य गाजा में युद्ध के कारण एक साल से अधिक समय से चल रहे सीमा-पार संघर्ष को समाप्त करना था.

समझौते में यह निर्धारित किया गया था कि इजरायल 60 दिनों के भीतर लेबनानी क्षेत्र से हट जाएगा, जबकि लेबनानी सेना को लेबनानी-इजरायल सीमा और दक्षिणी क्षेत्र में तैनात किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लिटानी नदी के दक्षिण में कोई हथियार या आतंकवादी न रहें. हालांकि, लेबनान की कार्यवाहक सरकार ने 27 जनवरी को घोषणा की कि वह युद्ध विराम को 18 फरवरी तक बढ़ाने पर सहमत हो गई है, जबकि प्रारंभिक 60-दिवसीय अवधि दक्षिणी लेबनान से इजरायल की वापसी के बिना समाप्त हो गई थी.

सीजफायर लागू होने के बाद भी इजरायल क्यों कर रहा है हमला
सीजफायर के बावजूद, इजरायली सेना ने लेबनान में कभी-कभार हमले करना जारी रखा है, उनका दावा है कि उनका उद्देश्य हिजबुल्लाह द्वारा उत्पन्न "खतरों" को खत्म करना है. संघर्ष विराम समझौते के तहत 26 जनवरी को दक्षिणी लेबनान से वापसी के लिए 60 दिन की समय सीमा बीत जाने के बाद भी इजरायली सेना लेबनानी क्षेत्र में बनी हुई है, जिससे तनाव बढ़ गया है. हालांकि, अमेरिका ने कहा कि इजरायल और लेबनान 18 फरवरी तक समय सीमा बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं.

सीजफायर के बाद लेबनान में कितने लोगों की मौत 
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 26 जनवरी से दक्षिणी लेबनान में अपने गांवों में लौटने की कोशिश कर रहे निवासियों के बीच इजरायली गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं और 221 घायल हुए हैं. 27 नवंबर से नाजुक संघर्ष विराम लागू है, जिसने इजरायल और लेबनानी प्रतिरोध समूह हिजबुल्लाह के बीच आपसी गोलाबारी की अवधि को समाप्त कर दिया है, जो 8 अक्टूबर, 2023 से शुरू हुई थी और पिछले साल 23 सितंबर को पूर्ण पैमाने पर संघर्ष में बदल गई थी. लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में लेबनान के खिलाफ इजरायल के हमले शुरू होने के बाद से, महिलाओं, बच्चों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित कम से कम 4,080 लोग मारे गए हैं, जबकि 16,753 घायल हुए हैं.

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