Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और इसकी मेन वजह पराली को माना जाता है. पराली जलाने के मामले में यह राज्य सबसे ज्यादा है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
Trending Photos
Pollution: दिल्ली में प्रदूषण से लगातार हालात गंभीर होते दिख रहे हैं. इसका जिम्मेदार पराली जलाने को माना जाता है. पराली जलाने की फेहरिस्त में इस वक्त टॉप पर पंजाब है. पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को पंजाब में खेतों में आग लगाने के 1,251 नए मामले सामने आए, जो इस सीजन में एक दिन में सबसे अधिक हैं. इसके साथ ही राज्य में ऐसे मामलों की कुल संख्या 9,655 हो गई.
8 नवंबर को पंजाब में पराली जलाने की 730 घटनाएं दर्ज की गईं, जो इस मौसम में सोमवार तक एक दिन में सबसे अधिक थीं. आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को मुक्तसर जिले में पराली जलाने की 247 घटनाएं दर्ज की गईं, जो राज्य में सबसे अधिक है, इसके बाद मोगा (149), फिरोजपुर (130), बठिंडा (129), फाजिल्का (94) और फरीदकोट (88) की जगह है.
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 और 2023 में एक ही दिन राज्य में क्रमशः 701 और 637 सक्रिय फर्म आग के मामले दर्ज किए गए. 15 सितम्बर से 18 नवम्बर तक पंजाब में पराली जलाने की 9,655 घटनाएं हुईं, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 71 फीसद कम हैं. पंजाब में 2022 और 2023 में इसी टाइम के दौरान क्रमशः 48,489 और 33,719 खेतों में आग लगने के मामले देखे गए थे.
दिल्ली में AQI 500 को छूने लगा है. अक्टूबर-नवंबर में धान की कटाई के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है. चूंकि धान की कटाई के बाद रबी की फसल - गेहूं - के लिए समय बहुत कम होता है, इसलिए कुछ किसान नई फसल की बुवाई के लिए फसल की बची पराली को जल्दी से साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं.