UPSC IAS IPS IFS Vacancy: इस वक्त देश भर में मौजूदा भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की संख्या 5,317, भारतीय पुलिस सेवा अधिकारियों की संख्या 4,120 और भारतीय वन सेवा अधिकारियों की संख्या 2,134 है.
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UPSC IAS IPS IFS Vacancy: बुधवार को कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को बताया कि देश भर में सिविस सर्विसेस ऑफिसर्स के कुल 3,393 पद खाली पड़े हैं. इसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1472 पद, भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 864 पद और भारतीय वन सेवा (IFS) के 1057 पद शामिल हैं. दरअसल, जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस समय आईएएस ऑफिसर्स के 6,789, आईपीएस ऑफिसर्स के 4,984 और आईएफएस ऑफिसर्स के 3,191 पदों को स्वीकृति दी जा चुकी है. जबकि, इस वक्त देश भर में मौजूदा भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की संख्या 5,317, भारतीय पुलिस सेवा अधिकारियों की संख्या 4,120 और भारतीय वन सेवा अधिकारियों की संख्या 2,134 है.
केवल इतने आईएएस ऑफिसर्स का होता है सिलेक्शन
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि काबिल और योग्य आईएएस ऑफिसर्स (IAS Officers) को एक बेहतर संख्या में लेने के लिए सरकार ने बासवान समिति की सिफारिशों को मानते हुए सीएसई-2012 के बाद से सिविल सर्विसेस एग्जाम के जरिए आईएएस ऑफिसर्स के एनुअल इनटेक को
बढ़ाकर 180 कर दिया है. हालांकि, कमिटी द्वारा यह भी सिफारिश की गई थी कि 180 से अधिक आईएएस ऑफिसर्स को एक बार में लेना प्रशासनिक सेवा की गुणवत्ता से समझौता करने जैसे होगा. इसके अतिरिक्त 180 से अधिक आईएएस ऑफिसर्स के सिलेक्शन लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी (LBSNAA) की क्षमता से भी अधिक होगा. केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि अगर 180 से अधिक आईएएस ऑफिसर्स का सिलेक्शन होता है, तो इससे आईएएस ऑफिसर्स का करियर पिरामिड भी बिगड़ जाएगा और इसका सबसे ज्यादा असर भारत सरकार में वरिष्ठ पदों पर बैठे अधिकारियों पर होगा.
तीन चरणों की परीक्षा पास कर मिलता है ऑफिसर पद
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तरफ से आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS) और आईआरएस (IRS) पदों पर भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है. यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है, जिसमें प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू की प्रक्रिया शामिल होती है. हर साल करीब 9 से 10 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन उनमें से चुनिंदा अभ्यर्थी ही इस परीक्षा को पास कर अधिकारी का पद हासिल कर पाते हैं.