हाथ में लगी थी गोलियां, जख्मी था शरीर, तब भी मोकामा के लाल ने 2 आतंकियों को किया ढेर, अब राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
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हाथ में लगी थी गोलियां, जख्मी था शरीर, तब भी मोकामा के लाल ने 2 आतंकियों को किया ढेर, अब राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

Patna News: पटना के मोकामा के रहने वाले CISF जवान पुनीत कुमार को चेन्नई में 10 मार्च को राष्ट्रपति वीरता पदक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में दो गोली लगने के बाद भी दो आतंकियों को मार गिराया था. पुनीत के साथ शहीद एसआई समेत 10 जवानों को सम्मानित किया जाएगा. 

 

हाथ में लगी थी गोलियां, जख्मी था शरीर, तब भी मोकामा के लाल ने 2 आतंकियों को किया ढेर, अब राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

Patna News: बाढ़: पटना जिले के मोकामा के रहने वाले सीआईएसएफ जवान पुनीत कुमार को चेन्नई में आयोजित CISF स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान 10 मार्च को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान उन्हें 22 अप्रैल 2022 को जम्मू कश्मीर के सुजावां चेक पोस्ट पर आतंकी हमले में अदम्य साहस और वीरता दिखाने के लिए दिया जाएगा. दरअसल जम्मू कश्मीर के सुजावां चेक पोस्ट पर सीआईएसएफ के जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया था. वहां से लौटने के दौरान आतंकियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. अचानक फायरिंग होता देख सभी जवान अलर्ट हो गए. कुछ जवानों ने बस से उतरकर मोर्चे को संभाला, सभी जवानों ने आतंकियों द्वारा की जा रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया.

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इस आतंकी मुठभेड़ में एसआई शंकर प्रसाद पटेल मुठभेड़ में आतंकियों की गोली लगने से शहीद हो गए. वहीं, पुनीत के दाहिने हाथ में दो गोली लगी थी. CISF जवानों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया. पुनीत ने बताया कि विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए हम लोगों को पूरी ट्रेनिंग दी जाती है. अचानक हुए हमले में मोर्चा लेना और विपरीत हालात में अदम्य साहस दिखाना ही हर जवान की ड्यूटी है.

वीरता पदक मिलना बहुत ही गौरव की बात है. GAIL ने 15 अगस्त 2024 को एक कार्यक्रम में सीआईएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अशोक सिंह और GAIL के ईडी प्रवीर कुमार द्वारा पुनीत को इस अदम्य साहस और वीरता के लिए सम्मानित किया था. 

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पुनीत की मां नूतन देवी ने बताया कि उनका परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा गांव पुनीत के साहस और शौर्य से गौरवान्वित महसूस कर रहा है. 22 अप्रैल 2022 को घटना की जानकारी मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया था. पुनीत के एक मित्र ने अस्पताल में पुनीत के परिजनों से उनकी फोन पर बात कराई, तब परिवार को सांत्वना मिली. आज पूरा देश उन पर गर्व कर रहा है. 

इनपुट - चंदन राय 

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