Maharashtra News: गरीब किसान का बेटा स्मार्टफोन की जिद कर रहा था. पिता पर कर्ज था, इसलिए मजबूर बाप ने फोन खरीदने से मना कर दिया. इस बात से आहत होकर बेटे ने जान दे दी. बेटे की मौत की खबर सुनकर पिता ने भी खुदकुशी कर ली.
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Farmer suicide: मोबाइल आने से अगर जिंदगी आसान हो गई है. तो उसकी वजह से आए दिन कोई न कोई घर उजड़ रहा है. कभी कोई बेटा मां-बाप की गाढ़ी कमाई गेम खेलने में उड़ा देता है तो कुछ मामलों में हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि परिवार तबाह हो जाता है. ऐसा ही केस सामने आया औरंगाबाद में जहां कर्ज के बोझ तले दबा किसान जब अपने बेटे के लिए स्मार्टफोन नहीं खरीद पाया तो लड़कपन की जिद में उसके बेटे ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी. बाप-बेटे की मौत की ये कहानी किसी भी संवेदनशील आदमी को इमोशनल कर देगी.
जिस रस्सी से बेटे ने मौत को लगाया गले...
दो-दो मौतों के इस मामले में दसवीं के छात्र की स्मार्टफोन की चाहत और उसके किसान पिता की उसे खरीदने में असमर्थता ने उस वक्त दुखद मोड़ ले लिया, जब दोनों नांदेड़ के एक गांव में अपने पारिवारिक खेत पर एक पेड़ से लटके पाए गए. पुलिस के मुताबिक गुरुवार की सुबह बिलोली तहसील के मिनाकी में खेत पर पेड़ से लटके 16 साल के बेटे को देखकर उसके पिता ने भी उसी पेड़ से लटककर खुदकुशी कर ली. मृतक किशोर तीन भाइयों में सबसे छोटा था और वो लातूर के उदगीर स्थित हॉस्टल में रह रहा था. किसान का बेटा मकर संक्रांति का त्योहार मनाने घर आया था. एक दिन उसने पिता से पढ़ाई के उद्देश्य से स्मार्टफोन खरीदने का अनुरोध किया. आर्थिक तंगी के कारण वो गैजेट नहीं खरीद सका. एसपी ने बताया कि लड़के की मां के बयान के आधार पर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है. हम घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं
कर्ज की वजह से पिता ने जताई असमर्थता
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर दिलीप मुंडे ने बताया कि किसान का बेटा कुछ समय से लगातार सेलफोन मांग रहा था. बुधवार शाम को लड़के ने फिर से फोन मांगा तब उसके पिता ने स्मार्टफोन खरीदने में असमर्थता जताई क्योंकि वह खेत और वाहन के लिए लिए गया कर्ज चुकाने की वजह से तंगी में था. पिता के इनकार से परेशान होकर लड़का घर से चला गया तब उसके माता-पिता ने सोचा कि बेटा शायद खेत में सोने चला गया होगा. जब अगली सुबह वो घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हुई. इसी दौरान पिता सबसे पहले खेत पर पहुंचा और उसने बेटे को पेड़ से लटका हुआ देखा. यह नजारा देखकर वह स्तब्ध रह गया और उसने बेटे का शव नीचे उतारा और उसी रस्सी से खुद को पेड़ से लटका लिया.
अधिकारी ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्यों के खेत पर पहुंचने के बाद दोनों आत्महत्याओं का पता चला. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को सिविल अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार शाम को उनके गांव में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस तरह एक परिवार गरीबी की भेंट चढ़ गया.
Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्यथित हों तो जीवन से हार मानने की कोई जरूरत नहीं. अच्छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्त हेल्पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.