Chhattisgarh News: आयुष्मान योजना गरीबों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य बीमा योजना है, लेकिन इस योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. सरल भाषा में इसे आप बीमा घोटाला भी कह सकते हैं. इस घोटाले के घेरे में शहर के 4 बड़े अस्पताल आ गए हैं. इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय छापेमारी में हुआ.
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Bilaspur News: आयुष्मान योजना गरीबों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य बीमा योजना है, लेकिन इस योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. सरल भाषा में इसे आप बीमा घोटाला भी कह सकते हैं. इस घोटाले के घेरे में शहर के 4 बड़े अस्पताल आ गए हैं. इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय छापेमारी में हुआ. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग को यह शिकायतें मिल रही थी कि भारत सरकार की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत में कई अस्पताल गड़बड़ी कर रहे हैं.
इस शिकायत के बाद विभागीय अधिकारियों की टीम ने निजी अस्पतालों में छापेमारी की छापेमारी के बाद शहर के 4 बड़े अस्पताल नोबल, महादेव, शिशु भवन और एलाइट हॉस्पिटल को नोटिस भेजा गया है. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के इन अस्पतालों की ओर से मरीज के इलाज के नाम पर करोड़ों रुपए के फर्जी क्लेम किए गए आयुष्मान योजना के तहत गरीब महिलाओं के प्रसव के दौरान जन्म लेने वाले स्वस्थ बच्चों को कुपोषित दिखाकर सरकार से ज्यादा पैसे लिए गए.
स्वास्थ्य विभाग ने दिया जांच का आदेश
बताया जा रहा है कि इस मामले में सरकार के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही थीं. जिन पर संज्ञान लेते हुए भारत सरकार ने स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा था. इसके बाद स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने हेल्थ कमिश्नर को टीम गठन कर जांच करने के लिए आदेश दिया गया. हेल्थ कमिश्नर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने छापेमारी के लिए 14 टीमों का गठन किया. इसके बाद रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के अस्पतालों की जांच कराई गई. इसमें फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा गया है.
स्वास्थ्य बीमा कवरेज
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना है, जिसे 2018 में शुरू किया गया था. इसका उद्देश्य देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि वे महंगे उपचार से बच सकें और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें. इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के नाम से भी जाना जाता है. इस योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा दिया गया है. प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकता है. यह कवर अस्पताल में भर्ती होने वाले इलाज के खर्चों को कवर करता है, जैसे सर्जरी, दवाइयां, और जांच. यह योजना देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है. इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं का आधार स्तर पर विस्तार करना है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
यह प्रमुख रूप से बीमारी के उपचार और अस्पताल में भर्ती होने से संबंधित खर्चों को कवर करती है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड मिलता है, जिसका उपयोग अस्पतालों में इलाज के लिए किया जा सकता है. यह कार्ड बैंकों और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा जारी किया जाता है. योजना के तहत, लाभार्थियों को अस्पतालों में इलाज के लिए कोई खर्च नहीं करना पड़ता. यह योजना कैशलेस इलाज की सुविधा देती है, यानी इलाज का खर्च सरकार द्वारा सीधे अस्पताल को दिया जाता है.