बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने परिवारवाद के चलते नेताओं के परिजनों को टिकट नहीं देने की बात कही थी, लेकिन मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव में बीजेपी कई दिग्गज नेताओं के परिजन चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते हैं.
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प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में निकाय और पंचायत चुनाव के लिए अब राजनीतिक दल पूरी तरह से रंग में आ गए है. खास बात यह है कि भले ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वंशवाद के चलते नेताओं के परिवारों में टिकट नहीं देने की बात कही थी, लेकिन मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं के परिजन चुनाव में उतरे हैं. बीजेपी में पूर्व मुख्यमंत्रियों से लेकर कई दिग्गज नेताओ के परिजन इस बार पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं.
भले ही पंचायत चुनाव राजनीतिक दलों के सिंबल पर नहीं होते हैं. लेकिन एमपी के लोकल इलेक्शन में पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और विधायकों की साख दांव पर है, क्योंकि इनके परिवार से कई परिजन चुनाव में उतरे हैं. ऐसे में यह चुनाव भी दिलचस्प होने वाले हैं.
बीजेपी के इन नेताओं के परिजन चुनाव में
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे बीजेपी विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी उमिता सिंह टीकमगढ़ जिले में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रह है. उन्होंने जिला पंचायत के वार्ड नंबर 8 से नामांकन दाखिल किया है. सतना जिले की रैगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे स्व. जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी ने जिला पंचायत सदस्य के लिए वार्ड नंबर-1 से पर्चा दाखिल किया है. बता दें कि रैगांव विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी पुष्पराज बागरी ने टिकट मांगा था, टिकट नहीं मिलने पर पुष्पराज ने बागी होकर पर्चा भरा था, हालांकि बाद में बीजेपी नेताओं के आश्वासन पर उन्होंने पर्चा वापस ले लिया था.
शिवराज सरकार में वन मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह ने खंडवा जिला पंचायत के वार्ड नंबर 14 से नामांकन दाखिल किया है, यह क्षेत्र हरसूद विधानसभा क्षेत्र में भी आता है. गुना जिले की चांचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक रही ममता मीना और उनके रिटायर्ड आईपीएस पति ने भी जिले का चुनाव लड़ने के लिए फॉर्म जमा किया है. गुना जिला पंचायत के वार्ड नंबर 16 और पूर्व विधायक पत्नी ममता मीणा ने वार्ड 14 से नामांकन दाखिल किया है.
निवाड़ी विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अनिल जैन की पत्नी निरंजना जैन जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं, उन्होंने निवाड़ी जिले के जनपद पंचायत के वार्ड नंबर 5 से निरंजना जनपद पंचायत सदस्य का नामांकन दाखिल किया है. वहीं टीकमगढ़ से विधायक राकेश गिरी की दो बहनों ने भी जनपद पंचायत सदस्य के लिए नामांकन किया है, वहीं जतारा से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री हरिशंकर खटीक के भतीजे अतुल खटीक ने भी किया जिला पंचायत चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया है.
मंत्रियों के परिजनों ने भी जमा किया नामांकन
शिवराज सरकार में कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत के परिजनों ने भी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन जमा किया है, गोविंद सिंह राजपूत के बड़े भाई हीरासिंह राजपूत ने सागर जिले की राहतगढ़ जनपद की वार्ड क्रमांक- 4 सीट से नामांकन जमा किया है, खास बात यह है कि इसी सीट पर मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे अशोक सिंह ने भी नामांकन जमा किया है. बंडा विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर भी जिला पंचायत सदस्य के लिए नामांकन जमा किया है. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भतीजे अरविंद सिंह ने भी जनपद सदस्य के लिए नामांकन जमा किया है.
खास बात यह है कि बीजेपी में यह फेहरिस्त लंबी हो सकती है. क्योंकि पंचायत चुनाव तीन चरणों में हो रहे हैं, ऐसे में आने वाले समय में और भी नेताओं के परिजन पंचायत और निकाय चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि जब हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एमपी दौरे पर आए थे, तब उन्होंने बीजेपी में परिवारवाद खत्म करने की बात कही थी. लेकिन पंचायत चुनाव में बीजेपी नेताओं के कई परिजन चुनाव मैदान में हैं.
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