घर पर चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां, तभी जिंदा हो गया शख्स, चमत्कार देख हैरान हो गए सब
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घर पर चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां, तभी जिंदा हो गया शख्स, चमत्कार देख हैरान हो गए सब

Kerala News: केरल के कन्नूर जिले में एक आश्चर्यजनक मामला सामने आया है. बता दें कि यहां पर एक युवक के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, इसी दौरान युवक की उंगुलियां हिलने लगी, इसे देखकर लोग हैरान हो गए. जानिए क्या है पूरा मामला. 

घर पर चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां, तभी जिंदा हो गया शख्स, चमत्कार देख हैरान हो गए सब

Kerala News: बीते दिन महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले से एक आश्चर्य चकित करने वाला मामला सामने आया था. बता दें कि यहां पर मौत के बाद एक व्यक्ति के शव को एंबुलेंस के जरिए घर ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में एंबुलेंस अचानक टकरा गया जिससे मृत इंसान जिंदा हो गया, ऐसा ही एक और चमत्कार केरल के कन्नूर में हुआ है. यहां पर एक अस्पताल में युवक का शव मॉर्च्युरी में कर्मचारी ले जाने लगे, इसी दौरान युवक की अंगुलियों में अजीब सी हलचल होने लगी और वो जीवित हो गया. इसे देखने के बाद हर कोई दंग हो गया. जानिए पूरा मामला. 

जीवित हुआ युवक 
केरल के कन्नूर जिले में एक युवक की मौत के बाद उसे मॉर्च्युरी में ले जाने की तैयारी चल रही थी, युवक के परिजन भी उसे मृत मान लिए थे, उसके अंतिम संस्कार की भी व्यवस्था चल रही थी. अगले दिन उसका अंतिम संस्कार होना था, इसी बीच वो जीवित होकर सभी को चौंका दिया. युवक के शव को मॉर्च्युरी में रखने के लिए एक फ्रीजर भी तैयार किया जा रहा था, इसी दौरान उसके शव को ले जाते समय एक कर्मचारी ने उसकी उंगलियों में हरकत देखी, तुरंत उसने डॅाक्टरों और युवक के परिजनों को इसकी जानकारी दी. 

क्या बोले परिजन
परिजनों के मुताबिक पवित्रन, हृदय और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे, उनका कर्नाटक के मंगलुरु में एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, हालांकि वह अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, लेकिन परिवार ने उनके इलाज में लगने वाली लागत को देखते हुए गृहनगर लाने का फैसला किया. उन्हें मंगलुरु के डॉक्टरों ने बताया था कि पवित्रन वेंटिलेटर सपोर्ट के बिना जीवित नहीं रह पाएंगे और अगर इसे हटा दिया गया तो 10 मिनट के अंदर उनकी मौत हो जाएगी. परिजनों ने ये भी दावा किया था कि अस्पताल से ट्रांसफर करने के बाद उन्होंने एक बार भी आंखें नहीं खोली और उनका ब्लड प्रेशर भी काफी कम था, इसके अलावा परिजनों ने बताया कि जिस स्थिति में मरीज है एक साधारण एंबुलेंस से पांच घंटे से अधिक की यात्रा में उनके बचने की संभावना नहीं है.

साथ ही साथ रिश्तेदारों ने कहा कि यात्रा के दौरान पवित्रन पूरी तरह से शून्य थे, उनमें जीवन के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे, पवित्रन की पत्नी और बहन एम्बुलेंस में उनके साथ थीं, जबकि अन्य रिश्तेदार एक कार में उनके पीछे थे. रात में पहुंचने पर, परिवार ने शव को शवगृह में रखने के लिए AKG अस्पताल लाया और मंगलवार के लिए अंतिम संस्कार की व्यवस्था थी, लेकिन तभी उनके जीवित होने के लक्षण भी सामने आए. 

चल रहा है इलाज
अस्पताल के अटेंडेंट जयन ने मामले को लेकर मीडिया से अपना साथ अपना अनुभव साझा करते हुए बोला कि "मेरे अलावा, हमारे इलेक्ट्रीशियन अनूप भी वहां थे, उन्होंने देखा कि व्यक्ति की उंगलियां हिल रही थीं और उन्होंने मुझे बुलाया, मैंने भी देखा, हमने तुरंत रिश्तेदारों और डॉक्टरों को सूचित किया, जब उनका ब्लड प्रेशर चेक किया गया तो वो सामान्य पाया गया. बता दें कि अस्पताल के अधिकारियों ने पुष्टि की कि पवित्रन अभी भी ICU में है और उपचार के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जब कोई उनका नाम लेकर बुलाता है तो वो अपनी आंखें खोल ले रहे हैं. घर वालों ने पवित्रनन के शोक संदेश को भी प्रकाशित करवाया था, जिसके बाद उनके घर पर लोग शोक संवेदना प्रकट करने भी पहुंच रहे थे. इनपुट- पीटीआई

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