Jaipur News: राजस्थान के जंगलों में आग लगने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचना वन विभाग के लिए बहुत आसान हो गया है.अब क्योकि पलक झपकते ही अफसरों के पास आग लगने का अलर्ट पहुंचता है.
Trending Photos
Jaipur News: राजस्थान के जंगलों में आग लगने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचना वन विभाग के लिए बहुत आसान हो गया है. अब क्योंकि पलक झपकते ही अफसरों के पास आग लगने का अलर्ट पहुंचता है. सबसे खास बात ये है कि इस सिस्टम में राज्य का पूरा वन क्षेत्र शामिल है. आखिर फायर अलर्ट सिस्टम अब तक वन विभाग के लिए कितना कारगर साबित हुआ.
वन्यजीवों,वनों की सुरक्षा आसान हुई
फॉरेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम के जरिए राजस्थान समेत पूरे देश के जंगलों में लगने वाली आग की तुरंत सूचना पहुंचती है. देहरादून से सेटेलाइट के जरिए अलर्ट सिस्टम का पूरा कंट्रोल हो रहा है. सबसे खास बात ये है कि आग लगते ही वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट र्फोस और क्षेत्रीय फील्ड अधिकारियों के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए तुरंत अलर्ट पहुंचता है. अलर्ट में वन क्षेत्र का नाम,लोकेशन तक पहुंचती है. जिससे समय पर मिला अलर्ट आग बुझाने में काफी कारगर साबित होता है.
राजस्थान में अब तक 4700 आग की घटनाओं में ये सिस्टम काफी मददगार रहा. समय रहते अलर्ट पहुंचने से जंगलों में आग पर काबू पा लिया जाता है,जिससे आग जंगलों में दूर पर नहीं फैलती. यदि आग पर 12 घंटे में कंट्रोल नहीं होता तो दोबारा अलर्ट जारी होता है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरिजीत बनर्जी का कहना है कि यह सिस्टम हमारे लिए काफी मददगार रहा.
लेकिन आम जनता की जागरूकता भी बहुत जरूरी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत का वन और वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किलोमीटर है. जबकि राजस्थान में वन क्षेत्र 32,869.69 वर्ग किलोमीटर है. यह राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का 7.42 प्रतिशत है. ये सिस्टम देश का पूरा वन क्षेत्र कवर करता है.सूचना प्रौद्योगिकी उपवन संरक्षक अशोक जैन का कहना है इस सिस्टम का अलर्ट खासकर गर्मियों में हमारे लिए फायदेमंद होता है,क्योकि अधिकतर आग गर्मियों में ही लगती है.