Jalore News: भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए ACB सिरोही की टीम जालौर पहुंची और बैंक में हुई गड़बड़ियों से जुड़े अहम दस्तावेज जब्त किए. पूर्व एमडी के. के. मीणा पर 40 लाख की अवैध वसूली के आरोप हैं. जांच जारी, जल्द बड़े खुलासे संभव.
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Rajasthan News: जालौर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक में विभिन्न नियुक्तियों में हुई गड़बड़ियों की जांच के सिलसिले में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) सिरोही की टीम ने बड़ी कार्रवाई की. टीम जालौर पहुंची और बैंक कार्यालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए. यह कार्रवाई भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं की जांच को आगे बढ़ाने के लिए की गई.
एसीबी सिरोही के एएसपी रामेश्वरलाल ने बताया कि मामले से जुड़े आवश्यक दस्तावेजों को इकट्ठा करने के लिए टीम को जालौर भेजा गया था. यहां पहुंचकर अधिकारियों ने नियुक्तियों से जुड़े आवेदन पत्र और संपूर्ण चयन प्रक्रिया से संबंधित दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया. दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है, जिससे घोटाले में शामिल अन्य लोगों की भूमिका उजागर हो सकती है. बता दें कि 16 अप्रैल 2022 को जयपुर में तीन जिलों की एसीबी टीम ने छापेमारी की थी. इस दौरान जालौर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के तत्कालीन एमडी के. के. मीणा पर नियुक्तियों में अनियमितता के नाम पर 40 लाख रुपये से अधिक की अवैध वसूली करने के आरोप लगे थे.
16 अप्रैल को ही एसीबी ने जालौर के रामदेव कॉलोनी में तत्कालीन सीनियर मैनेजर जसाराम मीणा और उनके पुत्र प्रवीण मीणा के आवासों पर भी छापा मारा था. वहां से भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए थे, जिनसे घोटाले के और भी सबूत मिलने की संभावना जताई जा रही थी.
इस पूरे मामले में 12 अप्रैल 2024 को एसीबी को एक गोपनीय शिकायत मिली थी, जिसमें नियुक्तियों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बात कही गई थी. शिकायत की पुष्टि के बाद मामला दर्ज किया गया और इसी सिलसिले में सिरोही एसीबी टीम ने जालौर पहुंचकर जांच को आगे बढ़ाया. अब एसीबी इन दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है और जल्द ही कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं. इस मामले में और कौन-कौन शामिल है, इसकी पड़ताल जारी है.
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