जनता जल योजना में कार्यरत पंप चालकों को वेतन के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार, जानें वजह
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1270947

जनता जल योजना में कार्यरत पंप चालकों को वेतन के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार, जानें वजह

जोधपुर संभाग के अध्यक्ष सहीराम भेड़ ने बताया कि जोधपुर जिले समस्त पंचायत समितियों में इस योजना के तहत लगे पंप चालकों का अप्रैल 2022 से पूर्व का वेतन भुगतान बकाया है.

पंप चालकों को वेतन के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार

Osian: प्रदेश भर में लगे जनता जल योजना के पंप चालकों ने अपनी मांगों को लेकर कई बार कई संगठनों के नेतृत्व में मंत्री, उच्च अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों तक ज्ञापन सौंपा गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा जनता जल योजना योजना को जलदाय विभाग में सम्मिलित करने की घोषणा गत बजट के दौरान की थी पर पंप चालकों को अपने परिश्रम के भुगतान का पिछले लंबे समय से इंतजार है. 

यह भी पढे़ं- ओसियां: ओवरलोड वाहनों से ग्रामीण परेशान, लेकिन प्रशासन की आंखें बंद

जोधपुर संभाग के अध्यक्ष सहीराम भेड़ ने बताया कि जोधपुर जिले समस्त पंचायत समितियों में इस योजना के तहत लगे पंप चालकों का अप्रैल 2022 से पूर्व का वेतन भुगतान बकाया है. इस योजना को जलदाय विभाग में सम्मिलित करने के बाद का भुगतान आखिर कौन करेगा या यह योजना बंद होगी या चालू रहेगी. पंप चालक अपनी जेब से कब तक इन नलकूपों को ठीक करवाते रहेंगे. उन्होंने बताया कि संबंधित बीडीओ, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला कलेक्टर के माध्यम से बार-बार मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने के उपरांत आज दिन तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

भेड़ ने बताया कि जलदाय विभाग में बैठे अधिकारियों से पूछने पर बताया जाता है कि हमारे पास सरकारी गाइडलाइन नहीं है, आखिर जनता जल योजना में लगे पंप चालक की राज्य सरकार नहीं तो कौन सुनेगा. जनता जल नलकूप यूनियन राजस्थान जोधपुर सम्भाग अध्यक्ष सहीराम भेड़ से बात करने पर बताया कि जनता जल योजना में कार्यरत पम्प चालकों को लम्बे समय से भुगतान का इंतजार है. अभी राजस्थान के मुख्यमंत्री के द्वारा योजना को जलदाय विभाग में समायोजित करने की घोषणा बजट भाषण के दौरान की गई थी मगर पम्प चालकों को भुगतान नहीं मिल रहा है. बंद नलकूपों को ठीक करवाने के लिए और पम्प चालक भुगतान के लिए जलदाय विभाग के कार्यालयों के चक्कर निकाल रहे हैं. 

जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों की ओर से फिलहाल यही कहा जा रहा है कि हमारे पास सरकारी गाइडलाइन नहीं है. उन्होंने बताया कि आखिर में पम्प चालक अपनी पीड़ा लेकर किसके पास जाए, कोई सुन भी नहीं रहा है. भेड़ ने बताया कि सुनने में आ रहा है कि राज्य के कुछ इलाकों में विभाग टेण्डर करवा रहे हैं तो इतने लम्बे समय से योजना में कार्यरत पम्प चालकों का भविष्य अंधेरे में क्यों है. उन्होंने बताया कि हम सभी जनता जल योजना के तहत कार्यरत पम्प चालकों की ओर से राजस्थान सरकार से मांग है कि समय रहते हुए इस ओर ध्यान आकर्षित कराए. 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समायोजित की घोषणा के साथ ही विभाग में भर्ती की घोषणा की थी. आखिर कब तक इंतजार करना पड़ेगा इन पम्प चालकों को भेड़ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जनता जल योजना के पम्प चालक जो वर्षों से चाहे सर्दी या गर्मी या बारिश अपनी जान जोखिम में डालकर ग्रामीणों की प्यास बुझाने में हमेशा ततपर रहते हैं उनके साथ यह एक तरह से धोखा हो रहा है.

Reporter: Arun Harsh

Trending news