Rajasthan News: कुलपति प्रो. केएल श्रीवास्तव ने अपने पद का दुरुपयोग किया. उनके खिलाफ राज कार्य में लापरवाही बरतने और विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि के गंभीर आरोप सही पाए गए हैं.
Trending Photos
Rajasthan News: जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति प्रोफेसर केएल श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया गया है. राजस्थान के राज्यपाल और कुलाधिपति हरिभाऊ बागड़े ने इस मामले में आदेश जारी किया. प्रोफेसर के खिलाफ राज कार्य में लापरवाही बरतने और यूनिवर्सिटी को वित्तीय नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया था. मामले की जांच में ये सभी आरोप सही मिले. प्रोफेस श्रीवास्तव वर्ष को तीन साल पहले विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीवास्तव पर वित्तीय गड़बड़ी के कई गंभीर आरोप लगे थे. इसके बाद अधिनियम, 1962 (यथा संशोधित) की धारा 10(2) में प्रदत्त शक्तियों के तहत जांच की गई. इसके लिए 3 दिसंबर 2024 को संभागीय आयुक्त, जोधपुर की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई गई थी.
समिति की जांच में वह दोषी मिले. कुलपति की पत्नी को सेवानिवृत्ति के बाद भी कई परिलाभ दिए गए, जिसको लेकर भी कुलपति की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हुए. पत्नी को लगातार लाभ मिलने और कई तरह के हेर फेर के चलते उन्हें दोषी पाया गया.
प्रो. केएल श्रीवास्तव ने 14 फरवरी 2022 को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में कुलपति का पदभार ग्रहण किया था. इससे पहले वह जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में ही अध्यापक पद पर कार्यरत थे. वह विश्वविद्यालय में जियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष के तौर पर भीकाम कर चुके हैं. साल 2019 में वह रिटायर हो चुके हैं. इसके बाद अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार के दौरान उन्हें कुलपति नियुक्त किया गया था.