Delhi Assembly Elections: दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए एक ही फेज में 5 फरवरी को मतदान हुआ था और नतीजे 8 फरवरी को घोषित हुए. BJP ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, AAP 22 सीटों पर सिमट गई. वहीं कांग्रेस इस बार भी खाता खोलने में विफल रही. इस करारी की वजह कांग्रेस ने ढूंढ ली है.
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Delhi Assembly Elections: दिल्ली की सत्ता पर पिछले 12 साल काबिज अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है. वहीं बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली चुनाव में जीत हासिल की है. इसी के साथ बीजेपी का 27 साल के वनवास भी खत्म हो गया. जबकि कांग्रेस पार्टी इस बार भी शून्य पर सिमट गई. आम आदमी पार्टी की इस करारी हार को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं हैं.
कई राजनीति एक्सपर्ट्स का कहना है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अगुआई वाली इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने वाली आप अगर दिल्ली में भी गठबंधन कर चुनाव लड़ती तो नतीजे कुछ अलग ही आते. इसे लेकर अब कांग्रेस के दिग्गज नेता संदीप दीक्षित ने बड़ा बयान दिया है.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की जनता ने किसी को भी नहीं हराया है, बल्कि केजरीवाल को पद से हटाया है.उन्होंने AAP-कांग्रेस में गठबंधन को लेकर कहा कि दिल्ली में'अगर 10 पार्टियां भी उनके साथ होतीं तो भी वो हारते. क्योंकि दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को हटाने का मन बना लिया था.
संदीप दीक्षित का बयान
कांग्रेस नेता ने कहना है, '...दिल्ली की जनता ने किसी को नहीं हराया है, बल्कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाया है. अगर हम (आप और कांग्रेस) साथ मिलकर चुनाव लड़ते तो नतीजे और भी बुरे होते. दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को हटाने का मन बना लिया है. अगर 10 पार्टियां भी उनके साथ होतीं तो भी हारते...'
#WATCH | Delhi: Congress leader Sandeep Dikshit says, "...The public of Delhi has not defeated anyone but they have removed Arvind Kejriwal from the post of Chief Minister. If we (AAP and Congress) had contested the elections together the results would have been worse. The public… pic.twitter.com/xQu6tJhqb7
— ANI (@ANI) February 12, 2025
BJP ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए एक ही फेज में 5 फरवरी को मतदान हुआ था और नतीजे 8 फरवरी को घोषित हुए. भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत हासिल की और 48 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई. इसके अलावा कांग्रेस समेत बाकी अन्य पार्टी पार्टियां खाता खोलने में विफल रही.