Buddha Avatar: भगवान विष्णु का बुद्ध अवतार दशावतारों में से एक है. भगवान का यह अवतार अहिंसा और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. यह अवतार भगवान विष्णु ने उस समय लिया जब संसार में अत्यधिक हिंसा, अधर्म और अज्ञानता फैल गई थी. इस अवतार का उद्देश्य लोगों को अहिंसा, सत्य, करुणा और ज्ञान के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना था. आइए, भगवान विष्णु के बुद्धावतार के बारे में विस्तार से जानते हैं.
कब और कहां हुआ था भगवान विष्णु का बुद्धावतार?
भगवान बुद्ध का जन्म लुंबिनी (नेपाल) में हुआ था. वे राजा शुद्धोधन और माता महामाया के पुत्र थे और उनका वास्तविक नाम सिद्धार्थ गौतम था. इनका जन्म 563 ईसा पूर्व में हुआ माना जाता है.
क्यों हुआ भगवान विष्णु का बुद्ध अवतार?
पुराणों और हिंदू धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि जब लोग हवन, यज्ञ और बलि के नाम पर निर्दोष प्राणियों की हत्या करने लगे, तब भगवान विष्णु ने उन्हें अहिंसा का मार्ग दिखाने के लिए बुद्ध के रूप में अवतार लिया.
क्या था बुद्ध अवतार का मुख्य उद्देश्य
- अधर्म और हिंसा का नाश करना
- लोगों को करुणा, प्रेम और दया का महत्व समझाना
- मोह-माया से मुक्त होकर सच्चे ज्ञान की प्राप्ति कराना
- यज्ञों में पशुबलि जैसी कुप्रथाओं को रोकना
कैसे हुआ बुद्धावतार?
कहा जाता है कि बचपन से ही सिद्धार्थ को वैभव और सुख-सुविधाएं प्राप्त थीं, लेकिन उन्होंने संसार के दुखों को देखकर राजमहल त्याग दिया. उन्होंने संन्यास धारण कर सत्य की खोज में निकलने का निर्णय लिया. कठोर तपस्या करने के बाद सिद्धार्थ को बोधगया (बिहार) में पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई. वे गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए और लोगों को धर्म, अहिंसा और सत्य का मार्ग दिखाने लगे.
बौद्ध धर्म की स्थापना
भगवान बुद्ध ने चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग का उपदेश दिया, जिससे संसार को सत्य, ध्यान और करुणा का ज्ञान हुआ. उन्होंने भिक्षु परंपरा की शुरुआत की और कई राज्यों में बौद्ध धर्म का प्रचार किया.
बुद्ध अवतार का प्रभाव
बुद्ध के ज्ञान के कारण भारत में अहिंसा और करुणा का संदेश फैला. राजा अशोक जैसे सम्राटों ने बुद्ध के उपदेशों को अपनाया और बौद्ध धर्म को व्यापक रूप से फैलाया. बुद्ध के विचारों ने न केवल भारत बल्कि चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका और म्यांमार जैसे देशों में भी गहरा प्रभाव डाला.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)