जानिए कौन हैं ये भारतीय, जो दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO बने
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जानिए कौन हैं ये भारतीय, जो दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO बने

निखेश अरोड़ा Palo Alto Networks के CEO हैं और अमेरिका में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले CEOs की वॉल स्ट्रीट जर्नल की 2023 की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. अरोड़ा की कुल कमाई 151.43 करोड़ डॉलर रही.

 

जानिए कौन हैं ये भारतीय, जो दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO बने

निकेश अरोड़ा Palo Alto Networks के CEO हैं और मूल रूप से भारत के रहने वाले हैं, अमेरिका में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले CEOs की वॉल स्ट्रीट जर्नल की 2023 की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. अरोड़ा की कुल कमाई 151.43 करोड़ डॉलर रही, जो मुख्य रूप से उन्हें मिले स्टॉक विकल्पों (share options) की वजह से है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि अमेरिका में ज्यादा कमाई करने वाले लोगों में भारतीय मूल के लोगों की अच्छी खासी संख्या है. कुल 17 भारतीय मूल के लोग टॉप 500 में शामिल हुए, जिनमें से शांतनु नारायण, जो एडोब के CEO हैं, 11वें नंबर पर हैं.

किस पोजीशन पर पिचाई, मार्क जुकरबर्ग

भारत में जन्मे और पले-बढ़े शांतनु नारायण ने $44.93 मिलियन कमाए. दिलचस्प बात ये है कि टेस्ला के एलन मस्क और अल्फाबेट के सुंदर पिचाई (दोनों भारतीय मूल के) ने 2023 में सैलरी पैकेज के बजाय दूसरी तरह के फायदे लेना पसंद किया. एक रिपोर्ट के अनुसार, मस्क को कोई वेतन नहीं मिला, वहीं पिचाई ने $8.80 मिलियन की मामूली रकम ली. मेटा के मार्क जुकरबर्ग कहीं बीच में रहे, जिन्होंने $24.40 मिलियन कमाए.

गूगल से मिली पहचान

निकेश अरोड़ा, दिल्ली के एयर फोर्स पब्लिक स्कूल के पूर्व छात्र हैं. असल में उन्होंने अपना नाम तब कमाया जब वो गूगल में चीफ बिजनेस ऑफिसर थे. 2014 में गूगल छोड़ने के बाद वो सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने जापान की कंपनी SoftBank को ज्वाइन किया और वहां उन्हें रिकॉर्ड तोड़ने वाली तनख्वाह मिली. 2018 से वो साइबर सिक्योरिटी कंपनी Palo Alto Networks को चला रहे हैं.

पहली पोजीशन पर यह शख्स

ब्रॉडकॉम के हॉक टैन ने 162 मिलियन डॉलर की कमाई के साथ कुल सूची में सबसे ऊपर जगह बनाई. कई अन्य भारतीय-अमेरिकी सीईओ ने भी महत्वपूर्ण स्थान हासिल किए: संजय मल्होत्रा (माइक्रोन टेक्नोलॉजी), अजेई गोपाल (एन्सिस), और ऋषमा केवलावानी (वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स) शीर्ष 120 में शामिल थे. रिपोर्ट में अरविंद कृष्ण (आईबीएम), बद्रीनारायण कोठंदरामन (एनफेज एनर्जी), संजीव लांबा (लिंडे), और कई अन्य भारतीय मूल के लीडर्स की उपलब्धियों को भी उजागर किया गया, जो विभिन्न उद्योगों में काम कर रहे हैं.

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